झारखंड में सियासी उठापटक के बीच शनिवार को सीएम हाउस से 3 लग्जरी बसों में विधायकों को शिफ्ट किया जा रहा है।
बसों में कांग्रेस और JMM के 36 विधायक सवार हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी विधायकों के साथ बस में बैठे हुए हैं। उन्होंने विधायकों के साथ सेल्फी भी ली है। बसें खूंटी के लतरातू डैम पहुंच गई हैं। तीनों बसों को पुलिस सुरक्षा में खूंटी के लतरातू डैम लाया गया। यहां विधायक डूमरगढ़ी गेस्ट हाउस में कुछ देर के लिए रुकेंगे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यहां से विधायक रांची लौट आएंगे। खूंटी के डूमरगढ़ी गेस्ट हाउस में कुर्सियां और गद्दे मंगवाए गए हैं। गेस्ट हाउस के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। खूंटी के डीसी और एसपी भी पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि यहां पर कुछ देर रुकने के बाद विधायकों को कहीं और शिफ्ट किया जा सकता है।
गेस्ट हाउस में मटन, फिश करी और चावल तैयार
लतरातू डैम के गेस्ट हाउस में विधायकों के खाने की विशेष व्यवस्था की गई है। विधायकों के खाने के लिए मटन, फिश करी और चावल बनाया गया है। वेजिटेरियन के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।
अपडेट्स
- झारखंड कांग्रेस ने आज रात साढ़े 8 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है। प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे की अध्यक्षता में ये बैठक होगी।
- राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने कहा कि ऑपरेशन लोटस चलता रहता है। महाराष्ट्र में हुआ, दिल्ली में कोशिश हुई। बिहार में भी कोशिश की गई। कई जगहों पर इन्होंने कोशिश की, इसलिए सावधानी बरतते हुए सब इकट्ठे हैं।
- विधायकों को ले जा रही बसों में गाने बज रहे हैं।
- विधायकों का कहना है कि हम पिकनिक मनाने जा रहे हैं।
- शिफ्टिंग से पहले सीएम हाउस में महागठबंधन के विधायकों की बैठक हुई।
- बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस बसों में केवल 33 विधायक जा रहे हैं। 10-11 विधायक अभी भी संपर्क में नहीं हैं।
इधर, CM हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द करने का नोटिफिकेशन शनिवार को किसी भी समय चुनाव आयोग की तरफ से जारी किया जा सकता है। राज्यपाल रमेश बैस ने CM हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द कर दी है। चुनाव आयोग (EC) की ओर से भेजी गई अनुशंसा पर ये कार्रवाई की है।
झारखंड सरकार को गिराने की 2 बार हो चुकी है साजिश
21 जुलाई 2021 को भी झारखंड सरकार को गिराने की कोशिश की गई थी। इस मामले में तब 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। तब पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया था कि साजिश में प्रदेश के 3 विधायक, 2 पत्रकार और दलाल शामिल थे।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में तीनों विधायकों से रुपए के लेनदेन की बात हुई थी। 30 जुलाई 2022 को 45 लाख कैश के साथ कांग्रेस के तीन विधायक को हावड़ा में गिरफ्तार किया गया था।
इनके खिलाफ कांग्रेस के ही विधायक अनूप सिंह ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई और यह भी कहा है कि तीनों विधायकों ने उनसे संपर्क किया था। 10 करोड़ रुपए और मंत्री पद का ऑफर झारखंड सरकार को गिराने के लिए दिया था।
इधर, BJP का दावा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ केस दर्ज करने की भी तैयारी है। BJP का कहना है कि अगर उनकी विधायकी जाती है तो उनके ऊपर केस दर्ज करने पर भी फैसला हो सकता है।
वहीं, CM हेमंत सोरेन ने पूरे घटनाक्रम पर करारा जवाब दिया है। शुक्रवार देर रात ट्वीट कर उन्होंने कहा है, ”सरकारी कुर्सी के भूखे हम लोग नहीं है। बस एक संवैधानिक व्यवस्था की वजह से आज हमें रहना पड़ता है, क्योंकि उसी के माध्यम से हम जन-कल्याण के काम करते हैं।”
अब आगे क्या…
नोटिफिकेशन जारी होने के बाद CM दे सकते हैं अपना इस्तीफा
इस मामले में निर्वाचन आयोग की अधिसूचना जारी होने के बाद गवर्नर, CM हेमंत सोरेन को अपने पद से इस्तीफा देने के लिए कह सकते हैं।
संख्या बल के हिसाब से JMM को मिलेगा सरकार बनाने का न्योता
सोरेन की सदस्यता जाने के बाद गवर्नर राज्य के सबसे बड़े दल को सरकार बनाने का न्योता देंगे। फिलहाल JMM अभी झारखंड विधानसभा में सबसे बड़ा दल है। ऐसे में नियम के अनुसार गवर्नर को सरकार बनाने का पहला मौका JMM को ही मिलेगा।
विधायकों का समर्थन पहले से ही JMM के पास
हालात के मद्देनजर JMM ने पहले ही सभी विधायकों का हस्ताक्षर समर्थन पत्र पर करवा लिए हैं। JMM और कांग्रेस दोनों पार्टियों के विधायकों से ये दस्तखत करवाए गए हैं। JMM सूत्रों की मानें तो 42 विधायकों का समर्थन पत्र बनकर पहले से तैयार कर लिया गया है।
CM के चुनाव नहीं लड़ने पर जारी है सस्पेंस
इस बीच CM को एक तय समय तक चुनाव नहीं लड़ने के सवाल पर सस्पेंस जारी है। राजभवन के सूत्रों की मानें तो राज्यपाल ने फिलहाल CM की विधायकी रद्द की है। डिबार करने संबंधी कोई बात सामने नहीं आई है।
ऐसे में अगर केवल CM की विधायकी जाती है तो वे इस्तीफा देने के बाद तुरंत विधायक दल के नेता चुने जाएंगे और राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। हालांकि, ये सब नोटिफिकेशन जारी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
CM ने कहा- झारखंड के अंदर बाहरी ताकतों का गिरोह सक्रिय
एक अन्य ट्वीट में CM हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के अंदर बाहरी ताकतों का गिरोह सक्रिय है। इस गिरोह ने पिछले 20 वर्षों से राज्य को तहस-नहस करने का संकल्प लिया था।
जब उन्हें 2019 में उखाड़ कर फेंका गया तो उन षड्यंत्रकारियों को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि अगर हम यहां टिक गए तो उनका आने वाला समय मुश्किल भरा होने वाला है। राजनैतिक तौर पर सक नहीं पा रहे हैं तो संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं।