मिस्र की राजधानी काहिरा में रविवार तड़के एक चर्च में आग लग गई।
इसमें 41 लोगों की मौत हो गई जबकि 14 घायल हो गए। इम्बाबा की घनी आबादी वाले इलाके में अबू सेफीन चर्च बनी है।
पुलिस का कहना है कि आग लगने का कारण शॉर्ट-सर्किट हो सकता है। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है। आग में दो अधिकारी और नागरिक सुरक्षा बलों के 3 सदस्य भी घायल हैं।
पुलिस के मुताबिक, आग इतनी तेजी से फैली कि कई लोगों को निकलने तक का मौका नहीं मिला। हादसे के दौरान चर्च में करीब 60 लोग मौजूद थे। वे चर्च के किसी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। आग के बाद कुछ लोग तो जान बचाकर भाग निकले, लेकिन 41 लोग लपटों में घिर गए। कुछ लोग मदद के लिए चर्च की खिड़कियों से लोगों को आवाज देते देखे गए।
राहत और बचाव कार्य जारी
राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह ने कॉप्टिक क्रिश्चियन पोप तवाड्रोस सेकेण्ड से फोन पर बात की और पीड़ितों के परिवार को सांत्वना देने को कहा। साथ ही सोशल मीडिया पर लिखा- राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है। मैं इस घटना से दुखी हूं। किसी को समस्या होने पर हर संभव मदद की जाएगी।
घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया
आग को बुझाने के लिए 15 दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंची है। जबकि घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 30 एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। 11 मार्च 2021 में भी काहिरा के एक कपड़ा कारखाने में आग लगने से करीब 20 लोगों की मौत हो गई थी। 2020 में एक अस्पताल में भी आग लग गई थी जिससे 14 पेशेंट की मौत हो गई थी। जो कोरोना से पीड़ित थे।