केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पुरस्कारों की घोषणा की।
इस स्वतंत्रता दिवस पर नायक देवेंद्र प्रताप सिंह को देश के दूसरे सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।
नायक देवेंद्र प्रताप सिंह इस साल 29 जनवरी को पुलवामा में एक ऑपरेशन का हिस्सा थे, जहां उन्होंने असाधारण बहादुरी दिखाते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया था। इसके अलावा सेना के 8 जवानों को शौर्य चक्र प्रदान किए गए हैं।
इनमें सिपाही कर्ण वीर सिंह, गनर जसबीर सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है। इनके अलावा शौर्य चक्र पुरस्कार विजेताओं में मेजर नितिन धानिया, अमित दहिया, संदीप कुमार, अभिषेक सिंह, हवलदार घनश्याम और लांस नायक राघवेंद्र सिंह शामिल हैं।
डॉग एक्सेल को भी वीरता अवॉर्ड
भारतीय सेना के हमलावर बेल्जियन मेलिनोइस डॉग एक्सेल को मरणोपरांत वीरता अवॉर्ड ‘ मेंशन इन डिस्पेचेस’ से नवाजा गया। पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियान में डॉग की भूमिका के लिए यह अवॉर्ड दिया गया।
31 जुलाई को बारामुला के वानीगाम में जब भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों ने एक मकान में छिपे आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया। तो इसमें डॉग स्क्वॉड को भी शामिल किया गया।
डॉग एक्सेल की पीठ पर एक कैमरा लगाया गया, ताकि उसके द्वारा की जाने वाली रूम इंटरवेंशन के दौरान आतंकवादियों की सही जानकारी सेना तक पहुंच सके और वह आसानी से ऑपरेशन को अंजाम दे सकें।
जैसे ही एक्सेल मुठभेड़ स्थल पर मकान में दाखिल हुआ तो आतंकियों ने इस पर फायरिंग कर दी। तीन गोलियां लगने से उसकी जान चली गई। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि असाल्ट डॉग को विशेष ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि वह संदिग्ध को दबोच सके।
गोली लगने के बाद भी एक्सेल ने किया मुकाबला
एक्सेल ने एक कमरे को क्लीयर कर दिया था, लेकिन जैसे ही वो दूसरे कमरे में दाखिल हुआ आतंकी ने उस पर गोली चला दी। गोली की आवाज सुनकर ही सैनिक अलर्ट हो गए और कमरे में छिपे आतंकी को ढेर कर दिया, लेकिन गोली लगने से एक्सेल की भी मौत हो गई थी।
एक्सेल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसे गोली लगने के साथ-साथ दस अलग-अलग चोट लगने की बात कही गई है। यानी गोली लगने के बाद भी एक्सेल ने आतंकी से मुकाबला किया था जिसके चलते उसे ये चोटें आई थीं।