सलमान रुश्दी के हमलावर पर हत्या का प्रयास और हमला करने का आरोप, भेजा गया जेल…

प्रसिद्ध उपन्यासकार सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला करने वाले न्यू जर्सी निवासी 24 वर्षीय हदी मतार पर हत्या का प्रयास और हमला करने के आरोप लगाए गए हैं।

न्यूयॉर्क राज्य पुलिस ने कहा कि आपराधिक जांच ब्यूरो ने शुक्रवार को मतार को हत्या का प्रयास और हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया। मतार को पुलिस कार्यालय ले जाने के बाद चौटाउक्वा काउंटी जेल भेजा गया है।

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान अंग्रेजी भाषा के प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी पर हमला हुआ था।

मुंबई में जन्मे और बुकर पुरस्कार से सम्मानित रुश्दी (75) पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान अपना व्याख्यान शुरू करने वाले ही थे कि तभी आरोपी मंच पर चढ़ा और रुश्दी को घूंसे मारे और चाकू से हमला कर दिया।

रुश्दी का हालत सीरियस है और उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चाकू के वॉर की वजह से उनके एक आंख की रोशनी भी जा सकती है। फिलहाल डॉक्टरों की एक टीम उनके इलाज में जुटी हुई है।

सलमान रुश्दी की हालत सीरियस

न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) ने बताया कि रुश्दी के एजेंट एंड्रयू वायली के अनुसार, लेखक वेंटिलेटर पर हैं और बात नहीं कर सकते हैं। वायली ने ‘एनवाईटी को दिए एक बयान में कहा, ‘खबर अच्छी नहीं है। सलमान की एक आंख खोने की आशंका है, उनकी बांह की नसें टूट गई हैं और उनका लीवर क्षतिग्रस्त हो गया है।’

न्यूयार्क पोस्ट की खबर के अनुसार 2001 में रुश्दी ने अपने आसपास बहुत अधिक सुरक्षा की शिकायत की थी। इस अखबार के अनुसार प्राग राइटर्स फेस्टिवल में उन्होंने संवाददाताओं से कहा था, ‘ ..अपने आसपास बहुत अधिक सुरक्षा सुरक्षा देखकर थोड़ा असहज महसूस होता है…. मुझे लगा कि यह वाकई अनावश्यक है और एक प्रकार की ज्यादती है तथा निश्चित ही मेरे अनुरोध पर ऐसा नहीं किया गया है।’

शिया चरमपंथ के प्रति सहानुभूति रखता है आरोपी

‘एनबीसी न्यूज’ ने मामले की जांच की जानकारी रखने वाले कानून प्रवर्तन से जुड़े एक व्यक्ति के हवाले से बताया कि मतार के सोशल मीडिया अकाउंट की प्राथमिक जांच से पता चला है कि वह शिया चरमपंथ और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के उद्देश्यों के प्रति सहानुभूति रखता था।

हालांकि, अबतक मतार और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी से सीधे संबंध की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन कानून प्रवर्तन एजेंसी के अधिकारियों को ईरान के मारे गए कमांडर कासिम सुलेमानी और ईरानी शासन के प्रति सहानुभूति रखने वाले एक इराकी चरमपंथियों की तस्वीर मतार के सेल फोन के मैसेजिंग ऐप से मिली है।

सुलेमानी एक वरिष्ठ ईरानी सैन्य अधिकारी थे जिनकी वर्ष 2020 में हत्या कर दी गई थी। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsaap