भिलाई टाउनशिप में बीती देर रात बारिश के चलते मरोदा को जाने वाली सड़क अचानक धंस गई।
सड़क के बीच नाले नुमा बड़ा गड्ढा हो गया, वहीँ सड़क दो टुकड़ों में बंट गई, गनीमत यह रही कि हादसा रात को हुआ।
दिन में यह दुर्घटना किसी वाहन या राहगीर को अपनी चपेट में ले सकती है। इस हादसे को लेकर बीएसपी प्रबंधन चुप्पी साधे हुआ है।
भिलाई स्टील प्लांट चाहे निर्माण हो या उत्पादन अपनी गुणवत्ता के लिए जाना जाता है, जयंती स्टेडियम के पीछे मरोदा जाने वाली सड़क अचानक बीएसपी के निर्माण की पोल खोल दी है।
यहां के ठेकेदार ने सड़क बनाने में इतना भ्रष्टाचार किया कि तीन दिन की मूसलाधार बारिश से सड़क धंस गई। लोगों का कहना है कि नदी में बाढ़ आने से ऐसा होता देखा है, लेकिन टाउनशिप में ऐसी घटना पहली बार हुई है।
लोगों का कहना है कि बीएसपी प्रबंधन को इसकी जांच करनी चाहिए। जो भी ठेकेदार ने गुणवत्ताहीन निर्माण किया और बीएसपी के जिन इंजीनियर्स ने इसे पास किया है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
बीएसपी के एजीएम वीके दास का कहना है कि ये सड़क 2017 में बनी थी। इसका चौड़ीकरण किया गया था। इसकी जो पुलिया है वो 15-20 साल पुरानी है। मैदान का पानी लगातार आने से ये धंस गई है।
फिलहाल इसका मलबा हटाकर यहां पाइपलाइन डालकर इसे आवागमन लायक बनाया जा रहा है। दास का ये भी दावा है कि इसमें निर्माण की गुणवत्ता या ठेकेदार की कोई भी लापरवाही नहीं है।
मरोदा जाने वाली जो डामर रोड धंसी है वह 30 फिट चौंडी थी। यह सड़क बीच से पूरी तरह धंस गई। जैसे ही लोगों ने इसे देखा इसकी जानकारी बीएसपी प्रबंधन को दी।
पुलिस व निगम प्रशासन को भी इसकी जानकारी दी गई। देर रात यहां पुलिस ने बेरीकेट्स लगाकर रोड को आवागमन के लिए रोका है। यहां से हर दिन 10 हजार से अधिक लोग आना जाना करते थे।
बड़ा हादसा टला, आटो पलटने से बचा
स्थानीय निवासी राजा कुमार का कहना है कि शुक्रवार रात 8 बजे के करीब उनके सामने ये सड़क धंसी थी। यहां से आवागमन रोकने के लिए न तो बीएसपी प्रबंधन ने और न निगम व पुलिस प्रशासन को जानकारी दी गई थी।
देर रात पुलिस के द्वारा यहां बेरीकेट्स लगाया गया है। रात के अंधेरे एक आटो तेजी से आया और सामने अचानक सड़क धंसी देख ब्रेक मारा। इससे आटो पलटने बस गया और उसका एक पहिया धंसी हुई रोड में फंस गया। बाद में उसे निकाला गया।
शहर की सड़कों का हाल बेहाल
बारिश के दिनों में दुर्ग भिलाई शहर की सड़कों का हाल बेहाल है। इसके चलते पिछले चार दिनों में 6 से अधिक लोग दुर्घटना में अपनी जान गवां चुके हैं तो वहीं कई लोग घायल हो गए हैं।
सबसे खराब हालत रायपुर दुर्ग नेशनल हाइवे का है। यहां फ्लाई ओवर ब्रिज बन रहा है। इस दौरान वाहनों के आने के लिए जो सर्विस रोड बनाई गई है वह गड्ढों से अटी पड़ी है। वर्तमान में हालत यह है कि सर्विस रोड में रोड तो कहीं दिख ही नहीं रही। सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं।