महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि मंत्रिपरिषद के विस्तार में देरी के कारण राज्य सरकार का कामकाज किसी भी तरह से प्रभावित नहीं हुआ है तथा जल्द ही और मंत्रियों को शामिल किया जाएगा।
राज्य में 30 जून को हुए सत्ता परिवर्तन के बाद से महाराष्ट्र मंत्रिपरिषद के विस्तार में देरी के संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब में शिंदे ने यह टिप्पणी की, शिवसेना में बगावत के चलते उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया था।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. शिंदे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार का कामकाज किसी भी तरह से प्रभावित नहीं हुआ है,निर्णय लेने की प्रक्रिया प्रभावित नहीं हुई है, मैं और उपमुख्यमंत्री निर्णय ले रहे हैं तथा सरकार के कामकाज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।’’
मुख्यमंत्री शनिवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्रीय समिति और रविवार को नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं, शिंदे ने कहा, ‘‘दिल्ली के इस दौरे का संबंध मंत्रिपरिषद के विस्तार से बिल्कुल भी नहीं है।’’
इससे पहले डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं से मिले,सूत्रों के मुताबिक, भाजपा और शिवसेना के शिंदे खेमे के आठ-आठ सदस्य मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं, सूत्रों ने कहा कि गृह जैसे महत्वपूर्ण विभाग भाजपा के पास रहने की संभावना है।
भाजपा नेता आशीष शेलार का नाम कैबिनेट विस्तार में प्रमुखता से आ रहा है और सूत्रों का कहना है कि उन्हें एक मंत्रालय आवंटित किए जाने की संभावना है, सूत्रों ने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो शेलार को महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख का प्रभार दिया जा सकता है।