लोकसभा के चुनावों में अभी दो साल का वक्त है, लेकिन मिशन मोड में रहने वाली भाजपा ने उसके लिए भी अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी है।
2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत की सरकार का स्वाद चख चुकी भाजपा एक बार फिर से ऐसी तैयारी कर रही है कि उसे अपने दम पर ही बहुमत मिल जाए, इसके लिए उसने ‘प्लान 144’ तैयार किया है।
इसके तहत भाजपा ऐसी 144 सीटों पर फोकस करेगी, जहां उसे 2019 में जीत नहीं मिल सकी थी, भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि इन पर फोकस करने से वह उन इलाकों में हार की भरपाई कर सकेगी, जहां पिछली बार जीती थी। इन 144 सीटों में से 16 सीटें महाराष्ट्र की भी हैं।
यहां भाजपा ने 2019 में 23 सीटें जीती थी और शिवसेना के हाथ 18 सीटें लगी थी। भाजपा ने महाराष्ट्र में अब उन सीटों पर भी आक्रामक तैयारी शुरू की है, जहां शिवसेना ने जीत हासिल की थी। इससे साफ है कि भाजपा की तैयारी लोकसभा चुनाव में भी शिवसेना की जमीन को थोड़ा और खिसकाने की है।
भाजपा महासचिव चंद्रशेखर बावनकुले ने मीडिया से बातचीत में महाराष्ट्र को लेकर प्लान साझा किया है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की योजनाएं आम लोगों तक पहुंची हैं या नहीं, इसकी जांच के लिए 9 केंद्रीय मंत्री महाराष्ट्र के 16 लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करने जा रहे हैं। इस यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं और पार्टी संगठन से बातचीत पर विशेष बल दिया जाएगा।
इन 9 मंत्रियों से कहा गया है कि वे 18 महीनों में इन क्षेत्रों का दौरा करेंगे और वहां पार्टी को मजबूती देंगे। केंद्रीय मंत्री इस 18 महीने में 6 बार महाराष्ट्र के दौरे पर जाएंगे। हर यात्रा के दौरान वे तीन दिन रुकेंगे।
3 दिन की इस यात्रा में 21 कार्यक्रम तैयार किए गए हैं। इस अवधि के दौरान पार्टी में बदलाव की जरूरक, स्थानीय स्तर की समस्याएं, संगठनात्मक कार्यक्रम, धार्मिक स्थलों की यात्रा, कार्यकर्ताओं की बैठक जैसे कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है।
इस 3 दिवसीय प्रवास यात्रा में केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर कल्याण लोकसभा और मध्य मुंबई, दक्षिण मुंबई में नारायण राणे, पालघर में विश्वेश्वर टुडू, रायगढ़ और शिरडी निर्वाचन क्षेत्रों में प्रल्हाद पटेल, बारामती में निर्मला सीतारमण, औरंगाबाद में भूपेंद्र यादव और बुलढाणा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, हरदीप सिंह पुरी को चंद्रपुर लोकसभा को देखेंगे।
भाजपा के कार्यक्रमों में धार्मिक स्थलों का भ्रमण, आध्यात्मिक गुरुओं के साथ बैठकें, सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें शामिल हैं। इसके अलावा सहकारी क्षेत्र के प्रमुख नेताओं की विभिन्न बैठकें, व्यवसायी, वकील और डॉक्टर जैसे पेशेवरों से मुलाकात जैसे कार्यक्रम भी तय हुए हैं।
बता दें कि भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगामी लोकसभा चुनाव में जीत की तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा ने मिशन 2024 को हाथ में लिया है। भाजपा ने 144 सीटों पर ध्यान केंद्रित किया है जहां वह पिछले लोकसभा चुनाव में हार गई थी। इन सीटों पर जीत की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्रियों को दी गई है।
यूपी में भी 14 सीटों को लेकर भाजपा ने तैयार की योजना
भाजपा ने यूपी को लेकर भी खास प्लान तैयार किया है। यहां पार्टी ने 14 सीटों पर फोकस किया है, जिन पर वह जीत चाहती है और ये इलाके उसके गढ़ नहीं रहे हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सहारनपुर, नगीना और बिजनौर की जिम्मेदारी दी गई है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को रायबरेली, मऊ, घोसी, श्रावस्ती और अंबेडकर नगर की जिम्मेदारी दी गई है। केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह मुरादाबाद, अमरोहा और मैनपुरी पर फोकस करेंगे। राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी को जौनपुर, गाजीपुर और लालगंज निर्वाचन क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है।
पंजाब और हिमाचल को लेकर भी तैय़ार है प्लान
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पंजाब के लुधियाना, संगरूर और हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पंजाब के आनंदपुर साहिब निर्वाचन क्षेत्र का प्रभार दिया गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को राकांपा के गढ़ बारामती को ध्वस्त करने का जिम्मा सौंपा गया है।