आर्थिक तंगी झेल रहे पाकिस्तान का श्रीलंका जैसा हाल हो सकता है।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने आगाह किया है कि नकदी संकट से जूझ देश के लिए आने वाले दिन बुरे रहने वाले हैं, उन्होंने कहा कि सरकार अगले तीन महीने के लिए आयात पर नियंत्रण जारी रखेगी।
देश की मौजूदा स्थिति के लिए शहबाज शरीफ की सरकार ने पिछले इमरान खान सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने कहा- ‘हम सही रास्ते पर हैं, लेकिन जाहिर तौर पर हमें बुरे दिन देखने को मिल सकते हैं, अगर हम तीन महीने के लिए अपने आयात को कंट्रोल करते हैं, तो हम कई तरीकों से अपने निर्यात को बढ़ावा दे सकते हैं।
वर्तमान सरकार को देश को संभावित चूक से बचाना है और तत्काल अल्पकालिक उपाय करने होंगे, कोई भी देश इस तरह के चालू खाते के घाटे के साथ विकास और स्थिर नहीं हो सकता है।’
3500 करोड़ डॉलर पहुंचा देश का बजट घाटा
पाकिस्तान शेयर बाजार में एक कार्यक्रम में इस्माइल ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार पूर्ववर्ती इमरान खान सरकार की आर्थिक नीतियों का खामियाजा भुगत रही है।
जियो टीवी ने इस्माइल के हवाले से कहा, ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) सरकार के कार्यकाल में देश का बजट घाटा 1,600 अरब डॉलर था।
बीते चार साल में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की सरकार तले यह आंकड़ा बढ़कर 3500 करोड़ डॉलर हो गया। चालू खाते का घाटा इतना अधिक होने पर कोई भी देश वृद्धि नहीं कर सकता, न ही स्थिरता रह सकती है।’
80 अरब डॉलर का आयात, निर्यात मात्र 31 अरब डॉलर का
इस्माइल ने कहा, ‘मैं तीन महीने तक आयात बढ़ाने की इजाजत नहीं दूंगा और इस बीच हम नीति लाएंगे। वृद्धि कुछ हद तक प्रभावित तो होगी लेकिन कोई और विकल्प नहीं है।’
पिछले वित्त वर्ष में पाकिस्तान ने 80 अरब डॉलर का आयात किया जबकि निर्यात 31 अरब डॉलर का किया। बता दें कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से कर्ज लेने के लिए गिड़गिड़ा रहा है लेकिन अभी तक उसे राहत नहीं मिली है।