अपने उत्तराधिकारी की सिफारिश करने के लिए केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना को पत्र लिखा है।
सुप्रीम कोर्ट अधिकारियों ने बताया कि यह पत्र बुधवार रात को 09:30 बजे प्राप्त हुआ।
जस्टिस रमना 26 अगस्त को सेवानिवृत होंगे और परंपरा के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में दूसरे वरिष्ठतम जज जस्टिस उदय उमेश ललित देश के अगले मुख्य न्यायाधीश हो सकते हैं। एमओपी (जजों की नियुक्ति का प्रक्रिया ज्ञापन) के अनुसार, मुख्य न्यायाधीश को इसके लिए केंद्र सरकार को सिफारिश भेजनी पड़ती है।
सामान्यतया मौजूदा मुख्य न्यायाधीश यह सिफारिश अपनी सेवानिवृत्ति से एक महीने पूर्व भेजते हैं। यानी यह सिफारिश 26 जुलाई को चली जानी चाहिए थी। अब यदि जस्टिस रमना यह सिफारिश भेजते हैं तो जस्टिस उदय ललित ‘मुख्य न्यायाधीश चयनित’ हो जाएंगे और मुख्य न्यायाधीश रमना कोलेजियम की बैठकों में फैसले नहीं ले सकेंगे।
कोलेजियम उच्च न्यायपालिका में जजों की नियुक्ति करने वाला निकाय है जिसमें मुख्य न्यायाधीश समेत पांच वरिष्ठ जज होते हैं। सुप्रीम कोर्ट के उप रजिस्ट्रार राकेश शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है केंद्र सरकार का यह पत्र बुधवार रात 09:30 बजे सुप्रीम कोर्ट पहुंचा।
दो दिन पूर्व इसी तरह की एक खबर का सुप्रीम कोर्ट कार्यालय ने कड़ा खंडन किया था। जस्टिस ललित के मुख्य न्यायाधीश बनने पर उनका कार्यकाल लगभग तीन महीने का होगा।
कौन हैं जस्टिस ललित?
जस्टिस ललित वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट में जज बने हैं। जस्टिस ललित के बाद अगले वरिष्ठतम जज जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। वह देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश वाईवी चंद्रचूड़ के पुत्र हैं।