छत्तीसगढ़ में सड़क हादसों में मौत की दर बड़ा।
सोमवार को हुई सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में सामने आया कि पिछले डेढ़ सालों में ही 8 हजार 424 लोग सड़क हादसों की वजह से मारे गए हैं।
अब सभी संबंधित विभागों को दुर्घटना की रोकथाम पर विशेष जोर देने की हिदायत दी जा रही है। बैठक में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की मदद करने वालों की प्रोत्साहन राशि बढ़ाने पर भी चर्चा हुई है।
वन, आवास एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर की अध्यक्षता में सोमवार को सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक हुई। इस दौरान अफसरों ने बताया, राज्य में वर्ष 2021 में 12 हजार 375 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं।
इनमें 5 हजार 371 व्यक्तियों की जान चली गई। वहीं 10 हजार 683 लोग घायल हुए। इस साल यानी 2022 के पहले छह महीने में ही 6 हजार 981 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।
इनमें 3 हजार 53 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई, वहीं 6 हजार 441 व्यक्ति घायल हुए हैं। दुर्घटना मृत्यु में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित विभागों को सड़क दुर्घटना की रोकथाम के लिए विशेष जोर दिया गया और वाहन चालकों के क्षमता विकास के लिए प्रशिक्षण हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए।
अधिकारियाें ने बताया, इस साल जून तक कुल एक लाख 87 हजार 155 मामलों में गाड़ियों का चालान किया गया है। इसमें 6 करोड़ 88 लाख 75 हजार 750 रुपए वसूल किए जा चुके हैं।
बैठक में सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद के लिए ‘‘गुड समैरिटन को पुरस्कृत करने अनुदान योजना’’ के तहत प्रत्येक मददगार व्यक्ति को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
अभी इस योजना के तहत पांच हजार रुपए देने की व्यवस्था है। बैठक में लोक निर्माण तथा गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, संसदीय सचिव चन्द्रदेव राय, राज्य गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, विधायक अरूण वोरा, प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक यातायात प्रदीप गुप्ता, सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, शहला निगार, डॉ. एस. भारतीदासन, टोपेश्वर वर्मा और परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
परिवहन मंत्री अकबर ने सड़क सुरक्षा तथा दुर्घटना पर नियंत्रण के लिए ओवर लोडिंग, अत्यधिक गति तथा नशे की हालात और बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने इसके लिए पुलिस तथा परिवहन विभाग को विशेष अभियान चलाए जाने के भी निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने बैठक में चर्चा करते हुए वाहनों की सघन जांच और तेज गति को नियंत्रित करने के लिए स्पीड गवर्नर लगाने की दिशा में कार्रवाई करने को कहा।
उन्होंने नशापान और सड़क पर स्टंट करके वाहन चलाने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के लिए भी निर्देशित किया है।
सड़कों को चौड़ा करने की बात पर भी जोर रहा
इस बैठक में दुर्घटना के शिकार लोगों के त्वरित उपचार हेतु व्यवस्था, राज्य में ट्रांमा सेंटर की स्थिति, पाठ्यपुस्तकों में यातायात शिक्षा सामग्री का समावेश और यातायात के नियमों के उल्लंघन पर चालानी कार्रवाई की समीक्षा भी हुई।
मंत्रियों ने राज्य में जरूरत के मुताबिक सर्विस रोड की चौड़ाई बढ़ाने तथा ग्रामीण सड़कों के मुख्य मार्ग में शामिल होने वाले जक्शन से अतिक्रमण हटाने को भी कहा। रास्तों में संकेतक और चेतावनी संबंधी बोर्ड को लगाए जाने के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए गए।
बैठक में रायपुर-बिलासपुर हाइवे पर धनेली से सिलतरा तक सर्विस रोड को चौड़ा करने का फैसला भी हुआ है।