नई दिल्ली: दिल्ली में आबकारी नीति (Delhi Excise policy) को लेकर जारी उठापटक के बीच शराब की किल्लत (liquor Shortage) पैदा होने के संकेत मिलने लगे हैं।
राजधानी में पसंदीदा ब्रांड न मिलने पर तमाम लोग नोएडा-गाजियाबाद और गुरुग्राम की ओर रुख कर रहे हैं।
दरअसल, लाइसेंस की अवधि खत्म हो जाने के बाद सोमवार से दिल्ली में शराब की निजी दुकानें बंद हो सकती हैं। इसके कारण दिल्ली में शराब की उपलब्धता को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
सूत्रों ने दावा किया कि दिल्ली सरकार रविवार देर रात अधिसूचना ला सकती है, जिससे अगस्त के अंत तक शहर में शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी जा सकती है। सरकार के एक सूत्र ने कहा, ऐसा जरूरी है।
क्योंकि सरकार ने पुरानी आबकारी नीति को लागू करने और अपनी एजेंसियों के माध्यम से दुकानें चलाने का फैसला किया है इस कारण शराब की कमी हो सकती है, क्योंकि नई दुकानों को खुलने में कई दिन लग जाएंगे।
दिल्ली सरकार ने पुरानी आबकारी नीति फिर से लागू करने और छह महीने तक खुद दुकानें चलाने का निर्णय शनिवार को लिया था। आबकारी नीति 2021-22 के तहत शहर में 468 दुकानें संचालित हो रही हैं। जिनका लाइसेंस 31 जुलाई के बाद खत्म हो जाएगा।
दिल्ली में कई शराब की दुकानों में, कीमतों में छूट देकर और एक के साथ दो मुफ्त जैसी नई योजनाएं पेशकर पहले का भंडार खत्म किया गया और दुकानें बंद कर दी गईं। लक्ष्मी नगर में शराब की एक दुकान के प्रबंधक ने कहा, अभी थोड़ी और शराब तथा बीयर उपलब्ध है और लोग जितना हो सकता है उतना लेने के लिए आ रहे हैं।
जो लोग कुछ खास ब्रांड की मांग कर रहे हैं, उन्हें खाली हाथ लौटना भी पड़ा है। दिल्ली के शेख सराय में एक बंद शराब की दुकान के बाहर ग्राहक विवेक ने कहा कि शनिवार को भीड़ ज्यादा थी।
लेकिन दुकानों पर शराब खत्म होने के कारण ग्राहक नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद जा रहे हैं। मयूर विहार एक्सटेंशन के एक बैंककर्मी ने कहा कि उन्हें अपना पसंदीदा ब्रांड पास की दुकानों में मिल जाता था, लेकिन अब भंडार खत्म हो गया है।