मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने राम-वन-गमन परिपथ के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
वे आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में पर्यटन विभाग के अधिकारियों की बैठक में राम-वन-गमन परिपथ के कार्यों की विस्तार से समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने राज्य के उन जिलो में जहां राम-वन-गमन परिपथ के कार्य किए जा रहे हैं, उन सभी जिलों के कलेक्टरों को इन कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता से पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग, पर्यटन मंडल, वन विभाग सहित अन्य विभागों से समन्वय कर कार्यों को जल्द पूर्ण कराया जाए।
मुख्य सचिव ने बैठक में राम-वन-गमन परिपथ के कार्यों की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति और पर्यटन स्थलों के विकास और निर्धारित स्थलों पर लगायी जाने वाली मूर्तियों के संबंध में पर्यटन विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली।
उन्होंने परिपथ के मुख्य मार्ग और उप मार्गों पर निर्धारित दूरी पर वेलकम गेट और साइनेंस बोर्ड लगाने के निर्देश दिए।
गौरतलब है कि राम-वन-गमन पथ के मुख्य मार्ग सहित उप मार्गों की कुल लंबाई 2200 किलोमीटर से अधिक है।
इन मार्गों के किनारे वृक्षारोपण किया जा रहा है। जगह-जगह संकेतक, तीर्थ एवं पर्यटन स्थलों की जानकारी दी जाएगी।
बैठक में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अधिकारियों ने सीतामढ़ी हरचौका (कोरिया), रामगढ़ (सरगुजा), शिवरीनारायण (जांजगीर-चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार), चंद्रखुरी (रायपुर), राजिम (गरियाबंद), सिहावा सप्तऋषि आश्रम (धमतरी), जगदलपुर (बस्तर) और रामाराम (सुकमा) में राम-वन-गमन परिपथ के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी पॉवरप्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी।
बैठक में पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी., पर्यटन मंडल के एम.डी. अनिल साहू सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए।