मुस्लिम देश मोरक्को ने शनिवार को पुर्तगाल को 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
ऐसा करने वाला मोरक्को पहला अफ्रीकी और अरब देश बना। आज मोरक्को का मुकाबला सेमीफाइनल में डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस से है।
हालांकि इस ऐतिहासिक मैच से पहले मोरक्को के कई फैंस को बड़ा झटका लगा है। दरअसल इस बहुप्रतीक्षित मैच को देखने के लिए बड़ी संख्या में मोरक्को के फैंस कतर पहुंचे हैं।
लेकिन मोरक्को के बहुत से फैंस ऐसे भी हैं जो टिकट बुक कराने के बावजूद कतर नहीं जा पाएंगे।
मोरक्को की राष्ट्रीय एयरलाइन ने कहा कि उसे बुधवार को विश्व कप सेमीफाइनल के लिए दोहा में फैंस को ले जाने के लिए पहले से शेड्यूल सभी उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं।
एयरलाइन ने कहा कि इन उड़ानों को रद्द करने का फैसला कतरी अधिकारियों का था। एयरलाइन ने एक ईमेल बयान में कहा, “कतर के अधिकारियों ने ताजा प्रतिबंधों की घोषणा की है।
इसके बाद रॉयल एयर मैरोक (RAM) को कतर एयरवेज द्वारा संचालित अपनी सभी उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं।
इसके बारे में हमने ने ग्राहकों को सूचित कर दिया है। असुविधा के लिए हमें खेद है।” कतर सरकार की ओर से इस पर कोई बयान नहीं आया है।
रॉयल एयर मैरोक ने पहले कहा था कि फ्रांस के खिलाफ बुधवार रात सेमीफाइनल मैच के लिए फैंस को कतर जाने में मदद करने के लिए 30 अतिरिक्त उड़ानें संचालित होंगी, लेकिन मंगलवार को RAM ट्रैवल एजेंसी के एक सूत्र ने कहा कि केवल 14 उड़ानें निर्धारित की गई हैं।
इनमें से भी बुधवार को 7 उड़ानें रद्द कर दी गईं। जिसके बाद केवल बची हुई 7 उड़ानें संचालित की गईं। उड़ानों के रद्द होने के चलते सैंकड़ों की संख्या में मोरक्को फुटबॉल फैंस कतर नहीं जा पाएंगे।
इन लोगों ने कतर के लिए पहले से ही फ्लाइट्स और होटल रूम बुक कर लिए थे। रॉयल एयर मैरोक ने कहा कि वह फ्लाइट टिकट के पैसे वापस करेगी और ग्राहकों से माफी मांगेगी।
बता दें कि यूसुफ एन नेसरी के हैडर से दागे गोल की बदौलत अंतिम लम्हों में 10 खिलाड़ियों से खेलने के बावजूद मोरक्को शनिवार को यहां पुर्तगाल को 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची।
दुनिया की 22वें नंबर की टीम मोरक्को के लिए अल थुमामा स्टेडियम में यूसुफ एन नेसरी ने विजयी गोल 42वें मिनट में दागा। मोरक्को का विश्व कप नॉकआउट में यह पहला गोल था।
कतर में अंतिम आठ में पहुंचने वाली यूरोप या दक्षिण अमेरिका से बाहर की एकमात्र टीम मोरक्को फुटबॉल के महासमर के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाला पहला अफ्रीकी देश है।
इससे पहले कैमरून ने 1990, सेनेगल ने 2002 और घाना ने 2010 में अंतिम आठ में बनाई लेकिन तीनों में से कोई भी टीम सेमीफाइनल तक नहीं पहुंची थी।