वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के शहर में स्टॉपेज का दबाव बढ़ता जा रहा है। सांसद संतोष पांडेय ने इसके लिए पहले ही रेल मंत्री को पत्र लिखा है।
बुधवार को कांग्रेस ने भी रेलमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ट्रेन का राजनांदगांव में स्टापेज नहीं होने को कांग्रेस ने सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की कमजोरी बताया।
इधर चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी ट्रेन के शहर में ठहराव की मांग उठाई है।
चेंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष शरद अग्रवाल ने कहा कि जरूरत पड़ने पर इसके लिए सभी व्यापारी एकजुट होकर आंदोलन भी करेंगे। ट्रेन की शुरुआत छग में 11 दिसंबर से होने वाली है। बुधवार को कांग्रेस संगठन के तमाम पदाधिकारी स्टेशन पहुंचे।
जहां उन्होंने स्टेशन प्रबंधक को रेलमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। इसमें कांग्रेस ने वंदे भारत ट्रेन के स्टापेज की मांग की।
उन्होंने बताया कि राजनांदगांव के राजा ने रेलवे को अपनी जमीन दान की थी, ताकि शहरवासियों को सुविधा मिले और ट्रेनों का स्टॉपेज भी यहां हो सके। लेकिन अब अनदेखी की जा रही है।
राजनांदगांव व डोंगरगढ़ दोनों जगह स्टॉपेज की मांग
कांग्रेस ने भाजपा सांसद संतोष पांडेय व पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह की निष्क्रियता की वजह से स्टापेज नहीं मिलने का भी आरोप लगाया।
वंदे भारत एक्सप्रेस के स्टापेज की मांग राजनांदगांव और डोंगरगढ़ स्टेशन में देने की मांग हो रही है। राजनैतिक दलों के बाद अब सामाजिक, युवा और दूसरे संगठन भी समाने आने लगे हैं।
राजनांदगांव और डोंगरगढ़ दोनों ही शहर के लोग ट्रेन के स्टापेज के लिए मांग कर चुके हैं।
धर्म नगरी को भी अहम स्टेशनों में गिना जाता है। जहां बड़ी संख्या में आम दिनों में भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में अगर वंदे भारत का स्टॉपेज यहां भी दिया गया, तो श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी।
वहीं पर्यटन की दृष्टि से भी यह अहम फैसला हो सकता है। शैक्षणिक दृष्टि से भी वंदे भारत ट्रेन का शहर में स्टॉपेज अहम है। इससे शैक्षणिक कनेक्टिविटी में भी बढ़ोतरी होगी।
व्यापारिक नजरिए से भी अहम, समय भी बचेगा
चेंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष शरद अग्रवाल ने बताया कि राजनांदगांव के व्यापारी व्यापार के लिए रायपुर के अलावा गोंदिया और नागपुर से अधिक जुड़े हुए हैं। यहां से शहर के व्यापारियों की सीधी कनेक्टिविटी है।
ट्रेनों की टाइमिंग और समय बचाने के लिए व्यापारी गोंदिया और नागपुर सड़क मार्ग से आना जाना करते हैं। उन्हें निजी वाहनों से इन शहरों तक पहुंचना पड़ता है। अगर सेमी स्पीड ट्रेन की सुविधा मिली तो व्यापारियों को राहत मिलेगी।
पहले ही 22 एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं
राजनांदगांव दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अहम स्टेशनों में शामिल हैं। लेकिन ट्रेन सुविधा के नाम पर अब भी इंतजार ही जारी है।
पहले ही स्टेशन में 22 एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं हैं। इसके लिए सालों से मांग उठती रही है। लेकिन अब तक रेलवे की तरफ से कोई राहत नहीं मिली है।
इसके बाद वंदे भारत ट्रेन का स्टॉपेज नहीं मिलना भी निराशाजनक है। इससे अब हर वर्ग में स्टॉपेज की मांग बढ़ती जा रही है।
जानिए, ट्रेन के बिलासपुर-नागपुर शेड्यूल को
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत 11 दिसंबर से हो रही है। यह ट्रेन बिलासपुर से नागपुर तक चलेगी। बिलासपुर से ट्रेन सुबह 6.30 बजे रवाना होगी, जो दोपहर 12.15 बजे नागपुर पहुंचे।
वहीं वापसी में नागपुर से 2.05 में रवाना होकर शाम 7.35 बजे बिलासपुर लौटगी। इस बीच ट्रेन का स्टॉपेज बिलासपुर के बाद रायपुर, दुर्ग, गोंदिया और नागपुर होगा।
सेमी स्पीड ट्रेन को राजनांदगांव में स्टापेज नहीं दिया गया है। जबकि छग की दिशा से राजनांदगांव नागपुर मंडल का पहला और अहम स्टेशन है। यह ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलेगी।