दुर्ग के सुपेला थाना अंतर्गत स्मृति नगर चौकी प्रभारी युवराज सिंह देशमुख की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
वे रविवार रात ड्यूटी के बाद बाइक से अपने घर राजनांदगांव जा रहे थे। तभी अचानक सोमनी थाना क्षेत्र के पास खड़े ट्रक के पीछे उनकी बाइक जा घुसी। सिर में अधिक चोट आने व अधिक खून बहने से उनकी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक युवराज देशमुख का परिवार राजनांदगांव में ही रहता है। उनका घर भी वहीं है। भिलाई से अधिक दूरी न होने के चलते वे अक्सर भिलाई से राजनांदगांव बाइक से जाया करते थे। रविवार को भी काम खत्म करके रात 11 बजे वे बाइक सीजी 07 बीवाय 9537 से राजनांदगांव के लिए निकले थे। रात 11.30 बजे सोमनी थाने के पास वो सामने खड़े ट्रक को देख नहीं पाए और उनकी बाइक पीछे उसमें घुस गई। अधिक स्पीड में सीधे ट्रक से टकराने में उनका हेलमेट और बाइक बुरी तरह टूट गए। सिर और चेहरे में गहरी चोट आने से वो वहीं बेहोश हो गए। सूचना मिलते ही सोमनी पुलिस ने उन्हें राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। वहां उपचार के दौरान रात्र 12:00 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।
युवराज दुर्ग पुलिस में एसआई के पद पर कार्यरत थे। उनकी कार्य क्षमता और तेज पुलिसिंग के चलते ही उन्हें दुर्ग जिले का सबसे संवेदनशील और पॉश कॉलोनी क्षेत्र में स्थित स्मृति नगर चौकी का प्रभार दिया गया था। चौकी में रहते हुए युवराज ने सिंगर की किडनैपिंग, महादेव एप सहित कई बड़े मामलों को सुलझाने में अपनी कार्य कुशलता का परिचय दिया था।
स्मृति नगर चौकी में रहते हुए युवराज दूसरी बार सड़क दुर्घटना का शिकार हुए हैं। चौकी जॉइन करने के कुछ महीने बाद ही उन्हें एक ऑटो वाले ने टक्कर मार दी थी। इससे वे बुरी तरह घायल हो गए थे। बाद में उन्हें लाल बहादुर शास्त्री आस्पताल ले जाया गया। कुछ दिन के उपचार के बाद वे ठीक हो गए थे।
एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव का कहना है कि दुर्ग पुलिस ने एक अच्छा पुलिस अधिकारी खो दिया है। युवराज का कार्य काफी सराहनीय था। उसने कई बड़े मामले साल्व कराए हैं। उसकी कार्य कुशलता की बदौलत ही उसे स्मृति नगर चौकी का प्रभारी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी।