दिल्ली के महरौली में हुए श्रद्धा वॉलकर मर्डर केस में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस को श्रद्धा के शरीर के टुकड़ों की तलाश है।
इस सिलसिले में दिल्ली पुलिस की एक टीम ने कुल्लू के मणिकर्ण के तोष गांव में भी पूछताछ की है।
यहां तोष गांव में व्हाट लोट्स गेस्ट हाउस मालिक कमल चंद और उनके बेटे नरेंद्र से पूछताछ की गई है।
दिल्ली पुलिस की टीम ने आफताब से फोन पर बात कर गेस्ट हाउस में श्रद्धा के साथ रुकने की बात कबूल की है।
जानकारी के अनुसार, बीते 19 नवंबर की दोपहर एक बजे दिल्ली पुलिस की टीम ने तोष पहुंची थी, जिसके बाद गेस्ट हाउस मालिक कमल चंद और नरेंद्र से ढाई घंटे तक पूछताछ की।
पुलिस टीम ने ऑनलाइन ट्रांजेशन की डिटेल का रिकॉर्ड लिया और लौट गई। सूत्रों से पता चला है कि तोष में आफताब ने चरस भी खरीदी थी।
गेस्ट हाऊस मालिक कमल चंद ने कहा कि अप्रैल माह में आफताब ने ऑनलाईन गेस्ट हाऊस में बुकिंग करवाई थी और उसके बाद 6 अपैल को सुबह तोष गेस्ट हाउस में पहुंचे थे।
7 अप्रैल को कुटला गांव में दोनों साथ लाए टैंट में रहे। बाद में दोनों 8 अप्रैल को गेस्ट हाउस में रुकने के बाद 9 अप्रैल को लौट गए थे।
मालिक ने बताया कि गेस्ट हाउस में मुंबई के 2 वर्कर थे, जिन्होंने श्रद्धा और आफताब को सर्विस दी थी। ऑनलाइन बुकिंग में आफताब और श्रद्धा ने 3,090 रुपये की पेमेंट की थी।
6 अप्रैल को आफताब ने ऑनलाइन पेमेंट से 720 रुपये खाने और 1500 रूम रेंट के दिए। 8 अप्रैल को श्रद्धा ने अपने अकांउट से 870 रुपये की ऑनलाइन पेमेंट की।
वहीं, ग्राम पंचायत बरशौणी के उपप्रधान लुदर चंद ने कि 19 नवंबर को दिल्ली पुलिस की टीम तोष गांव में पहुंची थी और गेस्ट हाउस मालिक कमल चंद और उनके बेटे नरेंद्र कुमार से पूछताछ की।
कार्रवाई करेगा टूरिज्म विभाग
जिला पर्यटन अधिकारी सुनैना शर्मा ने कहा कि गेस्ट हाउस की विभाग के पास रजिस्ट्रेशन है।
जानकारी मिली है कि श्रद्धा और आफताब वहां पर रहे। इस दौरान गेस्ट हाउस मालिक ने आफताब की आधार कार्ड की कॉपी मांगी थी।
उन्होंने कहा कि गेस्ट हाउस मालिक ने विजिटर बुक में एंट्री की थी या नहीं, इसको लेकर रिकॉर्ड मांगा गया है।
अगर विजिटर बुक में एंट्री नहीं की होगी और उसको लेकर कानून के तहत जुर्माना किया जाएगा।