भोपाल. AIIMS Bhopal में मेडिकल चिकित्सा, पशु चिकित्सा, मृदा और एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध से संबंधित पर्यावरणीय मुद्दों पर एक अंतर-क्षेत्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई । संगोष्ठी चिकित्सा विभागों और ट्रांसलेशनल चिकित्सा केंद्र के बीच सहयोग के रूप में आयोजित की गई । अतिथि वक्ताओं में पशु चिकित्सा विज्ञान, मृदा विज्ञान और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ शामिल हुए ।
राज्य पशु रोग प्रयोगशाला के उप निदेशक डॉ. जयंत तापसे, भारतीय मृदा अनुसंधान संस्थान के डॉ. ज्योति कुमार ठाकुर और पर्यावरणीय स्वास्थ्य में राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थान के डॉ. योगेश साबदे कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता थे । वक्ताओं ने दर्शकों को जानवरों में एंटीबायोटिक दवाओं के दुरुपयोग, मिट्टी को दूषित करने वाले एंटीबायोटिक दवाओं के प्रभाव और उनके उपयोग को कम करने के उपायों के बारे में बताया ।
हमें अपने पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को एंटीबायोटिक के दुरुपयोग से बचाने की जरूरत है । कार्यक्रम के बाद सभी विशेषज्ञों के साथ गहन चर्चा भी हुई । एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक और सीईओ प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह ने पूरे पारिस्थितिकी तंत्र पर संभावित प्रभाव के बारे में दर्शकों को जानकारी दी । विभिन्न एंटीबायोटिक जागरूकता संबंधी कार्यक्रमों के विजेताओं को सम्मानित किया गया ।