इंडोनेशिया में सोमवार को भूकंप के झटके से बड़े पैमाने पर तबाही मची है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी चपेट में आकर 20 लोगों की मौत हो गई और 300 से ज्यादा घायल हैं।
इंडोनेशिया के जावा प्रांत में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.6 मापी गई।
भूकंप के झटके से दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और लोगों को अपनी जान बचाने के लिए सड़कों व गलियों में भागना पड़ा।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि भूकंप जावा के सियांजुर क्षेत्र में 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में केंद्रित था।
भूकंप के झटकों के बाद राहत और बचाव कार्य की प्रक्रिया चलाई जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने सियानजुर में भूस्खलन में फंसे 2 लोगों को बचा लिया, लेकिन तीसरे व्यक्ति की मौत हो गई।
सियानजुर के पुलिस प्रमुख डोनी हेर्मवान ने बताया, ‘हम एक महिला और एक बच्चे को जिंदा निकालने में कामयाब रहे, लेकिन तीसरे शख्स की मौत हो गई। अभी के लिए मैं केवल यही जानकारी दे सकता हूं।’
‘बहुत तेज महसूस हुआ भूकंप’
दक्षिण जकार्ता में एक कर्मचारी विडी प्रिमाधनिया ने कहा, ‘भूकंप बहुत तेज महसूस हुआ। मेरे सहयोगियों और मैंने नौवीं मंजिल पर आपातकालीन सीढ़ियों के साथ हमारे ऑफिस से बाहर निकलने का फैसला किया।’
इससे पहले इंडोनेशिया में शुक्रवार की रात समुद्र के नीचे जोरदार भूकंप आया था, जिसका केंद्र बेंगकुलू के दक्षिण-पश्चिम में 202 किलोमीटर दूर 25 किलोमीटर की गहराई में था। इसके बाद एक और झटका आया, जिसकी तीव्रता 5.4 थी।
इंडोनेशिया में अक्सर आते हैं भूकंप
विशाल द्वीपसमूह राष्ट्र में अक्सर भूकंप आते हैं, लेकिन जकार्ता में उन्हें महसूस करना असामान्य है। इंडोनेशिया 27 करोड़ से अधिक लोगों का एक विशाल द्वीपसमूह भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट और सूनामी से अक्सर प्रभावित होता रहता है।
मालूम हो कि इस साल फरवरी में पश्चिम सुमात्रा प्रांत में 6.2 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई थी और 460 से अधिक घायल हो हुए थे।
जनवरी 2021 में पश्चिम सुलावेसी प्रांत में 6.2 तीव्रता के भूकंप से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 6,500 लोग घायल हो गए थे।