ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला एक बार फिर शुरू हो गया है।
मेंटेनेंस कार्य के चलते बीते सप्ताह ही 24 से अधिक ट्रेनों को रद्द किया गया था।
इसके बाद एक बार फिर 17 नवंबर तक के लिए दर्जनभर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है।
रेलवे से मिली जानकारी मुताबिक बिलासपुर-चांपा खंड में विभिन्न निर्माण सहित विस्तार कार्य किया जाना है। इसके चलते ट्रेनों को रद्द किया गया है।
इसमें 11 से 17 नवंबर तक टाटानगर इतवारी एक्सप्रेस ट्रेन दोनों दिशा को रद्द किया गया है।
इसी तरह 11 से 16 नवंबर तक झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमू पैसेंजर दोनों दिशा, 12 नवंबर को कामाख्या- एलटीटी एक्सप्रेस, 15 नवंबर को एलटीटी से छूटने वाली एलटीटी- कामाख्या एक्सप्रेस, 11 व 13 नवंबर को हावड़ा-सीएसएमटी दोनों दिशा, 14 व 16 नवंबर को नांदेड- संतरागाछी एक्सप्रेस दोनों दिशा, 11 और 12 को हटिया- एलटीटी एक्सप्रेस और 13 व 14 नवंबर को एलटीटी से छूटने वाले एलटीटी-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन को रद्द किया गया है।
इसके पहले भी 14 नवंबर तक के लिए 24 से अधिक ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है। इसमें 15 ट्रेनें जिले की रूट पर चलने वाली अहम ट्रेनें है। इसकी वजह से यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इन ट्रेनों को मार्ग परिवर्तित कर चलाएंगे
इस दौरान 14 नवंबर को भुवनेश्वर-एलटीटी एक्सप्रेस व्हाया संबलपुर-टिटलागढ़-रायप ुर होकर चलेगी। इसी तरह 16 नवंबर को एलटीटी से छूटने वाली एलटीटी भुनेश्वर एक्सप्रेस भी इसी परिवर्तित रूट से चलेगी।
11 से 15 नवंबर तक सीएसएमटी-हावड़ा गीतांजलि एक्सप्रेस दोनों दिशा व्हाया रायपुर-लाखोली-टिटलाग ढ़ झारसुगुड़ा होकर चलेगी। वहीं 11 से 15 नवंबर तक हावड़ा-सीएसएमटी मेल दोनों दिशा की ट्रेन परिवर्तित मार्ग झारसुगुड़ा-लाखोली-टिट लागढ़-रायपुर की रूट से चलेगी।
एक्सप्रेस ट्रेनों में दिसंबर तक सीटें नहीं
एक ओर जहां लगातार रद्द हो रही ट्रेनों ने यात्रियों को परेशान किया है, वहीं दूसरी ओर एक्सप्रेस ट्रेनों में नो रूम की स्थिति से दिक्कत बढ़ गई है।
ज्यादातर एक्सप्रेस ट्रेनों में वेटिंग की स्थिति बनी हुई है। वेटिंग की सूची लगातार लंबी होती जा रही है। यह स्थिति नवंबर के साथ दिसंबर की स्थिति में भी बने रहने की संभावना है। अलग-अलग रूट की एक्सप्रेस ट्रेनों में दिसंबर के लिए भी अभी से वेटिंग दिखा रही है। ऐसे में छुट्टी या शादी के सीजन में इन ट्रेनों से अपने गंतव्य तक पहुंचने की उम्मीद लगाए लोग परेशान हो रहो रहे हैं।
अचानक प्लेटफार्म बदलने से परेशानी
ट्रेनों की टाइमिंग में भी सुधार की स्थिति नहीं बन रही है। राजनांदगांव के रूट पर चलने वाली ज्यादातर ट्रेनें अपने निर्धारित समय से दो से तीन घंटे देर से चल रही है। वहीं कुछ ट्रेनें ऐसी हैं, जो सुबह की बजाय शाम में स्टेशन पहुंच रही है।
ऐसी स्थिति में यात्रियों को स्टेशन में ही ट्रेनों के इंतजार में लंबा समय बिताना पड़ रहा है। इतना ही नहीं ट्रेनों की लाइन में भी अचानक बदलाव हो रहा है। इसके चलते स्टेशन पहुंचने से ऐन पहले ट्रेनों का निर्धारित प्लेटफार्म बदला जा रहा है।
जिस प्लेटफार्म में ट्रेनों के आने का एनाउंस किया जा रहा है, उसकी बजाय ट्रेनें दूसरी प्लेटफार्म में पहुंच रही है। इससे यात्रियों को ऐन वक्त में दौड़ भागकर ट्रेनों तक पहुंचना पड़ रहा है।