माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर को जब से एलन मस्क ने खरीदा है, इसमें ढेरों बदलाव किए जा रहे हैं।
मस्क की ओर से किए गए बदलावों को लेकर ना सिर्फ सहमति-असहमति देखने को मिल रही है, बल्कि भ्रम की स्थिति भी बन रही है।
ट्विटर ब्लू टिक खरीदने का विकल्प देना मस्क के सबसे बड़े फैसलों में से एक है लेकिन अगर इसमें जरूरी सुधार नहीं किए गए तो प्लेटफॉर्म पर बवाल होना लगभग तय है क्योंकि ट्विटर पर अब भगवान (जीसस क्राइस्ट) के अकाउंट को भी ब्लू टिक मिल रहा है।
एलन मस्क ने ट्विटर खरीदने के बाद कहा कि अब ब्लू टिक वेरिफिकेशन के लिए यूजर्स को हर महीने 8 डॉलर का भुगतान करना होगा और ट्विटर ब्लू का सब्सक्रिप्शन लेना होगा।
इसके साथ ही कोई भी यूजर अगर ट्विटर ब्लू का सब्सक्रिप्शन लेता है तो उसके नाम के आगे ब्लू टिक दिखने लगेगा।
कंपनी इस तरह फेक अकाउंट्स को भी पैसों के बदले ब्लू टिक देने की शुरुआत कर चुकी है और ट्विटर पर असली-नकली का फर्क खत्म होने वाला है।
पहले ऑथेंटिक अकाउंट्स को ही मिलता था ब्लू टिक
दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की तरह पहले ट्विटर केवल उन्हीं अकाउंट्स को ब्लू टिक देता था, जो नोटेबल और ऑथेंटिक होते थे। यानी कि ऐसे अकाउंट्स जो किसी सेलिब्रिटी या पब्लिक फिगर से जुड़े हैं और जिनकी पहचान साबित होना जरूरी है, उन्हें ही वेरिफिकेशन मार्क मिलता था। पहले ब्लू टिक तय करता था कि अकाउंट किसी पब्लिक फिगर का असली अकाउंट है और किसी सेलिब्रिटी के नाम से फेक अकाउंट्स नहीं बनाए जा सकते थे।
अब होंगे ब्लू टिक वाले एक ही नाम के ढेरों अकाउंट्स
मस्क की ओर से किए गए बदलाव के साथ कोई भी यूजर ब्लू टिक खरीद सकता है। यानी कि अगर आप 8 डॉलर का भुगतान कर सकते हैं तो आपके नाम के आगे ब्लू टिक दिखने लगेगा। अब ब्लू टिक दिखने का मतलब यह नहीं है कि अकाउंट किसी पब्लिक फिगर या सेलिब्रिटी से जुड़ा है। अब ब्लू टिक का मतलब है कि यूजर ने ट्विटर ब्लू का सब्सक्रिप्शन ले रखा है। यानी कि एक ही नाम और पहचान वाले कई अकाउंट्स के सामने ब्लू टिक दिख सकता है।
पैरोडी अकाउंट्स को नाम में ‘पैरोडी’ लिखने की सलाह
किसी पब्लिक फिगर के पैरोडी अकाउंट की पहचान आसानी से की जा सके और असली-नकली का फर्क बना रहे, इसके लिए मस्क ने नाम में ‘पैरोडी’ लगाने की सलाह दी है। मजेदार बात यह है कि कुछ दिन पहले ही मस्क ने कहा है कि ब्लू टिक मिलने के बाद प्रोफाइल का नाम नहीं बदला जा सकेगा और ट्विटर ब्लू के साथ ‘जीसस क्राइस्ट’ जैसे फेक अकाउंट्स को भी ब्लू टिक मिल गया है। पैरोडी और फेक अकाउंट्स को ब्लू टिक मिलना मस्क के उस वादे से बिल्कुल उलट है, जिसमें उन्होंने फेक अकाउंट्स और बॉट्स पर रोक लगाने की बात कही थी।
जल्दबाजी में फैसले लेने की गलतियां कर रहे हैं मस्क
एलन मस्क ने प्लेटफॉर्म में ढेर सारे बदलाव जल्दबाजी में किए हैं लेकिन उनके परिणाम अच्छे ही होंगे इसकी कोई गारंटी नहीं है। मस्क ने ट्विटर के करीब 50 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है और भारत में 90 प्रतिशत ट्विटर स्टाफ की छुट्टी कर दी गई है। बीते दिनों ब्लू टिक के अलावा एक ‘ऑफीशियल’ टैग कुछ अकाउंट्स दिखा था, जिसे हटाने की घोषणा मस्क ने कर दी है। एक ओर मस्क ने पहचान चुराने वाले अकाउंट्स सस्पेंड करने की बात कही है, वहीं दूसरी ओर फेक अकाउंट्स को ब्लू टिक मिलने की बात सामने आई है।
अचानक रोका गया ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन प्रोग्राम
ब्लू टिक से जुड़ी नई परेशानी के चलते प्लेटफॉर्म ने बिना किसी घोषणा के ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन प्रोग्राम रोक दिया है। ऐसा इसलिए जरूरी था जिससे अन्य फेक अकाउंट्स ब्लू टिक ना खरीद सकें। ब्लू टिक पर टैप या क्लिक करने पर यूजर्स को बताया जा रहा है कि ‘यह ब्लू टिक इसलिए दिख रहा है क्योंकि यूजर ने ट्विटर ब्लू का सब्सक्रिप्शन लिया है।’ परेशानी यह है कि ट्विटर ब्लू और ऑथेंटिक अकाउंट्स दोनों का ब्लू टिक एक ही है और असली-नकली अकाउंट के बीच का फर्क समझना मुश्किल होना तय है। संभव है कि प्लेटफॉर्म जरूरी सुधार करने के बाद प्रोग्राम दोबारा शुरू करे।