छत्तीसगढ़ में ईडी (ED) के छापों को लेकर लगातार सियायत हो रही है।
छत्तीसगढ़ में ईडी की लगातार हो रही कार्रवाई के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि वह डॉक्टर रमन सिंह के घोटालों की जांच करे।
वहीं, डॉक्टर रमन सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री अपने लोगों को बचाने झूठ फैला रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रवर्तन निदेशालय को दो पत्र लिखे और मुख्यमंत्री ने सूबे में पूर्व की भाजपा सरकार के दौरान हुए तथाकथित गड़बड़ियों का उल्लेख करते हुए केंद्रीय एजेंसियों से छानबीन की मांग की।
भूपेश बघेल ने कहा- मैंने ईडी को दो पत्र लिखे हैं। पहला पत्र ‘नागरिक अपूर्ति निगम’ (एनएएन) घोटाले के संबंध में है, जिसमें पूर्व सीएम रमन सिंह और उनकी पत्नी के नाम सामने आए थे।
दूसरा पत्र चिटफंड घोटाले को लेकर है। बघेल ने बताया कि यह मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा 6।5 हजार करोड़ रुपये का घोटाला है।
भूपेश बघेल ने ईडी निदेशक को पत्र लिखकर कहा है कि यदि इन मामलों में 15 दिनों में ईडी द्वारा जांच की दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की गई, तब विवश होकर न्यायालय में केस दाखिल करना पड़ेगा।
भूपेश बघेल ने यह पत्र को अपने ट्विटर अकाउंट पर भी साझा किया है। उन्होंने कहा- मैंने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर उससे छत्तीसगढ़ में 2004 और 2015 के बीच हुए घोटालों की जांच करने की मांग की।
एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री ने कहा कि रमन सिंह और उनके मंत्रियों के संरक्षण में गरीब परिवारों के खून-पसीने की कमाई चिटफंड कंपनियों द्वारा लूटी गई है।
मैंने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखकर मनी लांड्रिंग के इस मामले की भी जांच की गुजारिश की है। यदि ईडी ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की तो विवश होकर न्यायालय में प्रकरण दायर किया जाएगा।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि वो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर मानहानि का केस करेंगे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर रमन सिंह ईड़ी से इतना डरते क्यों हैं।