प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार): हिंदू धर्म में कार्तिक मास की पूर्णिमा को खास महत्व दिया जाता है।
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार दिया था।
यही वजह है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन नदी में गंगा स्नान के साथ-साथ दान भी किया जाता है। मान्यतानुसार, कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि भगवान विष्णु को बेहद प्रिय है।
इस साल 08 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पड़ रही है। आइए जानते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्या जरूरी होता है। साथ ही किन कार्यों को करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
कार्तिक पूर्णिमा की तिथि और शुभ मुहूर्त
कार्तिक पूर्णिमा तिथि 2022- 08 नवंबर, 2022
पूर्णिमा तिथि आरंभ- 7 नवंबर को शाम 4।15 पी एम
पूर्णिमा तिथि समाप्त- 08 नवंबर, 2022 4।31 पी एम
कार्तिक पूर्णिमा पर क्या करें
कार्तिक पूर्णिमा की तिथि भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए खास होती है। इस दिन लोग भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। इसके साथ ही इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान भी करते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुश को हाथ में लेकर स्नान करना शुभ होता है। मान्यता है कि इस दिन कुश स्नान करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
इसके साथ ही आरोग्यता का भी वरदान मिलता है। यही वजह है कि लोग इस दिन पवित्र नदी में कुश स्नान करते हैं।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी के पौधे में जल अर्पित करना और दीपक जलाना शुभ होता है।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी के नजदीक दीपक जलाएं और तुलसी के जड़ की मिट्टी को माथे पर तिलक के रूप में लगाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन भगवान शिव की पूजा भी विशेष शुभ फलदायी होती है।
मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की इच्छा पूरी होती है। ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव को दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, गंगाजल और बेलपत्र से अभिषेक करें।
माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। वार्ता 24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)