अगले साल भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल को लेकर लगाई जा रहीं अटकलों पर विराम लग गया है।
भारत ने ऐलान किया, इसका आयोजन 9-10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में होगा। पूर्व में इस प्रकार की सूचनाएं आई थी कि यह आयोजन कश्मीर में किया जा सकता है।
भारत विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को जारी बयान में कहा, भारत जी20 समूह की अपनी अध्यक्षता में अगले साल वार्षिक शिखर सम्मेलन समेत करीब 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करेगा।
मंत्रालय के अनुसार, भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक एक साल के लिए जी-20 के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेगा।
वह अगले साल 9-10 सितंबर को जी-20 के वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85, अंतरराष्ट्रीय व्यापार का 75 और विश्व जनसंख्या का दो-तिहाई हिस्सा सामूहिक रूप से इन जी20 देशों से मिलकर बना है।
मंत्रालय ने कहा, हमारी जी20 प्राथमिकताएं तय करने की प्रक्रिया चालू है। ऐसे में समावेशी, न्यायसंगत और सतत विकास, लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली), महिला सशक्तीकरण, डिजिटल बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य एवं कृषि से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी-सक्षम विकास पर वार्ता चल रही है।
अन्य प्रमुख क्षेत्रों में शिक्षा, संस्कृति एवं पर्यटन, जलवायु वित्तपोषण, वैश्विक खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा आदि शामिल हैं।
क्या है जी-20?
जी-20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी समूह है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। भारत वर्तमान में जी-20 त्रोइका (तीन देशों के समूह यानी वर्तमान, पूर्ववर्ती और आगामी अध्यक्ष) का हिस्सा है, जिसमें इंडोनेशिया, इटली और भारत शामिल हैं। भारत की अध्यक्षता में भारत, इंडोनेशिया और ब्राजील- तीन देशों के समूह का हिस्सा होंगे।