इजराइल ने बुधवार देर रात को सीरिया के दो एयरपोर्ट पर एयर स्ट्राइक की।
पहला हमला अलेप्पो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुआ, जहां हथियार लेकर पहुंचे ईरान के विमान को निशाना बनाया गया।
दूसरा हमला दमिश्क एयरपोर्ट के पास हुआ। दोनों ही जगहों पर इजराइल के तरफ से मिसाइल दागी गईं। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इजराइल ने 4 मिसाइलें दागीं। हमले के बाद एयरपोर्ट पर भारी नुकसान हुआ है। फिलहाल किसी की मौत की खबर नहीं है।
इजराइल का कुछ भी कहने से इनकार
इजराइली सैन्य प्रवक्ता ने इस पर बयान देने से इनकार कर दिया। इसके पहले 14 अगस्त को भी इजराइल ने इजराइल ने राजधानी दमिश्क और टार्टस के पास हवाई हमला किया था। इस हमले में 3 सैनिकों की मौत हो गई थी। 3 अन्य सैनिक घायल हुए थे।
ईरान से जुड़े सैन्य ठिकानों पर हमला
द सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, इजराइली हवाई हमलों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है।
इजराइल ने पहले भी सीरिया में ईरान से जुड़े सैन्य ठिकानों के खिलाफ सैकड़ों बार कार्रवाई की है, लेकिन कभी भी उसने हमले करने को स्वीकार नहीं किया है।
दरअसल, इजराइल को अपनी उत्तरी सीमा पर ईरानी घुसपैठ का डर बना रहा है। इसके चलते वो ईरानी बेस और लेबनानी आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला करता रहता है।
आतंकी संगठन है हिजबुल्ला
- ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने 1982 में हिजबुल्ला की स्थापना की थी।
- इसका मकसद लेबनान में घुसे इजराइली लोगों को मारना था।
- हिजबुल्ला का अर्थ ‘ईश्वर का दल’ होता है। यह लेबनान के शिया मुसलमानों का आतंकवादी संगठन और राजनीतिक पार्टी भी है।
- यह संगठन ईरान के शिया मुसलमानों के सिद्धांतों पर चलता है। इजराइल इसीलिए ईरान के इस संगठन से नफरत करता है।