सैयद जावेद हुसैन (सह संपादक – छत्तीसगढ़):
धमतरी- यातायात पुलिस की आज दोपहर लगभग 12 बजे एक अजब कार्यवाही देखने मिली जहां सिहावा मुख्य मार्ग में सड़क से लगी कुछ ट्रकें खड़ी हुईं थीं, जो सड़क के किनारे थीं, जहां पहले यातायात के एएसआई बी.आर.वर्मा एक सिपाही के साथ पहुंचे, कुछ देर बाद इंटरसेप्टर वाहन व एक यातायात पेट्रोलिंग वाहन में लगभग 10 यातायात कर्मी भी मौके पर पहुंच गए।
मौके पर ऐसा लगने लगा कि सिहावा मार्ग में खड़ी तमाम गाड़ियों पर चालानी कार्यवाही की जाएगी। लेकिन अजब ये हुआ कि सिर्फ एक ही ट्रक का चालान काटकर यातायात कर्मी लौट गए।
इस दौरान मौके पर ट्रक चालक से एएसआई बी.आर.वर्मा की काफी गर्म बहस भी हुई, जिसमें एएसआई वर्मा ने ट्रक चालक पर पुलिसिया रौब दिखाते हुए गाड़ी जप्त करने तक की बात कह डाली, साथ ही ज्यादा बहस करेगा तो यहीं मारूंगा तक कह डाला।! जो पुलिस की क्षवि खराब करने जैसा कृत्य है।
मौके पर मौजूद आसपास के लोगों को ये कार्यवाही एकतरफा नजर आई।
बता दें कि जिस वक्त यातायात के कर्मी सिहावा मार्ग में शांति कॉलोनी चौक के पास चालान करने पहुंचे थे उस वक्त चौक समेत उस मार्ग में 4 और ट्रकें व अन्य गाड़ियां भी सड़क के किनारे खड़ी साफ नज़र आ रहीं थीं, जिन पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।
मालूम हो कि इन दिनों सिहावा मार्ग में यातायात का दबाव काफी ज्यादा है, जिस पर बेतरतीब खड़े, लापरवाहीपूर्वक चलने वाले वाहनों पर चालानी कार्यवाही का होना भी लाज़मी है और ज़रूरत भी। लेकिन सवाल तब खड़े होता है जब व्यवस्था के नाम पर किसी एक को ही दोषी माना जाए! बाकियों की तरफ नज़र भी न की जाए?
इस मार्ग में एफसीआई चौक से आगे बहुत सी जगहों पर कुछ ट्रकें महीनों से खड़ी है, जिन्हें आज तक नहीं हटाया जा सका है, और न कोई कार्यवाही मात्र ही की गई है। साथ ही बहुत से थोक व्यापारियों के संस्थानों में भी बड़े बड़े ट्रक- ट्राले पहुंचते हैं, जो घंटों मार्ग में खड़े रहते हैं उन पर इनकी नज़रे इनायत होती है।
जानकारी मिली है कि ये कार्यवाही एसपी साहब के आदेश के बाद की गई है। यहां सवाल ये उठता है कि एसपी साहब ने कार्यवाही का आदेश सिर्फ एक ही गाड़ी के लिए दिए थे, या फिर उस मार्ग में खड़े सभी वाहनों के लिए?