कोलकाता/ कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किए जाने के बाद अब लगता है कि तृणमूल कांग्रेस भी उनसे दूरी बनाने लगी है।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा है कि पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने पार्टी को ‘शर्मिंदा और बदनाम’ किया है।
विशेष रूप से पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के आवास से 21 करोड़ रुपये की नकद राशि बरामद होने के बाद से तृणमूल कांग्रेस ने पार्थ से दूरी बनानी शुरू कर दी है।
न्यूज एजेंसी एएनआई की एक खबर के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि ‘मुझे नहीं पता कि पार्थ किसी साजिश का शिकार हुआ है या नहीं। उन्होंने हमें शर्मिंदा किया है और हमारी पार्टी को बदनाम किया है।
हम उनके और उनके सहयोगियों के लिए उचित सजा के साथ पूरी जांच चाहते हैं। हमने उनके खिलाफ कार्रवाई की है। उनको मंत्री पद से हटाया और पार्टी के सभी पदों से हटाया है।’
टीएमसी सांसद रॉय ने कहा कि पार्टी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि ऐसा कुछ हो रहा है। उन्होंने कहा कि ‘जो हुआ वह शर्म की बात है। मुझे उम्मीद है कि जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी। हमें नहीं पता था कि ऐसा कुछ हो रहा है। जब हमें इसकी जानकारी हुई तो हमने कार्रवाई की।
ममता बनर्जी ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया।’ बीजेपी के सुवेंदु अधिकारी के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जानकारी में घोटाला होने के आरोप पर रॉय ने कहा कि ‘भाजपा नेता गलत बात बोलते हैं।
ममता बनर्जी को इन घटनाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।’ रॉय ने कहा कि ‘ईडी इस मामले की जांच कर रही है। अगर सुवेंदु अधिकारी के पास कोई सबूत है, तो उन्हें उसे ईडी के सामने पेश करना चाहिए, न कि मीडिया के सामने।’