रायपुर : श्रमिक सशक्तीकरण की दिशा में 25 वर्ष की उपलब्धि…

राज्योत्सव में श्रम विभाग की प्रदर्शनी बनी विशेष आकर्षण का केंद्र

छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में इस वर्ष श्रम विभाग की प्रदर्शनी ने लोगों में विशेष आकर्षण पैदा किया।

राज्य के गठन के बाद बीते 25 वर्षों में श्रमिकों के जीवन में आए बदलावों और जनकल्याणकारी प्रयासों को इस प्रदर्शनी में सजीव रूप से दर्शाया गया है।

अटल नगर नवा रायपुर स्थित डॉ. श्यामप्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में आयोजित प्रदर्शनी में श्रम विभाग ने राज्य के औद्योगिक विकास के साथ श्रमिकों के अधिकार और सुरक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी है।

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असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के पंजीयन से लेकर सामाजिक सुरक्षा से संबंधित योजनाओं तक के कई प्रभावी पहलों की झलक श्रम विभाग की प्रदर्शनी में देखने को मिलती है।

भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, मातृत्व सहायता और पेंशन योजनाओं से राज्य के लाखों श्रमिक परिवारों को राहत पहुंच रही है।

राज्य सरकार द्वारा ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत से लाभ वितरण में पारदर्शिता और सुविधा बढ़ी है। अब तक लाखों श्रमिक इस पोर्टल से जुड़कर सीधे योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।

महिला श्रमिकों के लिए कौशल विकास और सुरक्षा की दिशा में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इसी कड़ी में, अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना और मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निःशुल्क कोचिंग सहायता योजना जैसी पहलें श्रमिक परिवारों के भविष्य निर्माण में मील का पत्थर साबित हो रही हैं।

अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना के अंतर्गत मंडल में एक वर्ष पूर्व पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के प्रथम दो संतानों को कक्षा 6वीं में प्रवेश देकर कक्षा 12वीं तक श्रेष्ठ आवासीय विद्यालयों में गुणवत्तायुक्त निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है।

वहीं, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु निःशुल्क कोचिंग सहायता योजना के अंतर्गत चयनित कोचिंग संस्थानों के माध्यम से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है, जिससे श्रमिकों के बच्चे भी उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकें।

राज्योत्सव में प्रदर्शनी देखने आए आगंतुकों ने श्रम विभाग की इस पहल को श्रमिकों के आत्मसम्मान और सशक्तीकरण की मिसाल बताया।

यह प्रदर्शनी केवल उपलब्धियों का प्रदर्शन नहीं, बल्कि राज्य के श्रमिकों की मेहनत, आत्मनिर्भरता और सम्मान से भरी 25 वर्ष की विकास यात्रा का सजीव प्रतिबिंब है।

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