क्या 30 मई को होगा ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी व्रत? जानें शुभ मुहूर्त और उपाय…

प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार): केवल व्हाट्सएप मेसेज 94064 20131

 ज्येष्ठ मास की विनायक चतुर्थी का व्रत मई के महीने में रखा जाएगा।

पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विनायक चतुर्थी पड़ रही है। इस दिन भगवान श्री गणेश और चंद्रमा की पूजा-उपासना की जाती है।

माताएं ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी व्रत संतान की प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। आइए जानते हैं ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी पूजा मुहूर्त, उपाय, विधि, चंद्रोदय समय और व्रत पारण की सही विधि-

क्या 30 मई को रखा जाएगा ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी व्रत: हां, उदया तिथि के अनुसार, 30 मई के दिन ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी व्रत रखा जाएगा।

जानें, मुहूर्त

ज्येष्ठ, शुक्ल पक्ष की चतुर्थी प्रारम्भ – 11:18 पी एम, मई 29

ज्येष्ठ, शुक्ल पक्ष की चतुर्थी समाप्त – 09:22 पी एम, मई 30

इस दिन चन्द्रोदय का समय – 08:16 ए एम

ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी पूजा की विधि

1- भगवान गणेश जी का जलाभिषेक करें

2- गणेश भगवान को पुष्प, फल चढ़ाएं और पीला चंदन लगाएं

3- तिल के लड्डू या मोदक का भोग लगाएं

4- ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी की कथा का पाठ करें

5- ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करें

6- पूरी श्रद्धा के साथ गणेश जी की आरती करें

7- चंद्रमा के दर्शन करें और अर्घ्य दें

8- व्रत का पारण करें

9- क्षमा प्रार्थना करें

उपाय- 21 दूर्वा की गांठ बनाकर भगवान गणेश जी के मस्तक पर चढ़ाएं। ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करें।

ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी व्रत का पारण कैसे करें: ज्येष्ठ विनायक चतुर्थी के व्रत का पारण करने के अगले दिन भी केवल सात्विक भोजन या फलाहार ही ग्रहण करें और तामसिक भोजन से परहेज करें।

विनायक चतुर्थी का व्रत खोलने के लिए चंद्रमा दर्शन और पूजन करें। इस दिन अपनी मनोकामना के लिए पूजा-अर्चना करें।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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