कांग्रेस में बने रहेंगे या नहीं? पार्टी की बैठक कल, शशि थरूर बोले – देखते हैं क्या होता है…

केरल कांग्रेस में अंदरूनी घमासान के बीच कांग्रेस के कद्दावर नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर शुक्रवार को पार्टी हाईकमान की बैठक में शामिल होंगे।

कांग्रेस आलाकमान ने यह बैठक दिल्ली में 28 फरवरी को बुलाई है, जिसमें केरल के वरिष्ठ नेताओं को भी बुलाया गया है।

इस बैठक का मकसद राज्य इकाई में बढ़ती नाराजगी और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों पर चर्चा करना है।

गौरतलब है कि यह बैठक ऐसे वक्त पर हो रही है जब थरूर के हालिया बयानों ने कांग्रेस खेमे में हलचल बढ़ा दी है। उनके ‘मेरे पास और भी विकल्प हैं’ वाले बयान ने थरूर के पार्टी छोड़ने क अटकलों को तेज कर दिया।

दिल्ली में होगी कांग्रेस नेतृत्व से अहम मुलाकात

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चाओं के बीच थरूर ने कहा, “मैं शुक्रवार को पार्टी की बैठक में जाऊंगा।

देखते हैं, क्या होता है।” पिछले दिनों एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में दिए गए उनके बयान ने और आग में घी डालने का काम किया। उन्होंने कहा था, “अगर पार्टी मुझे चाहती है, तो मैं रहूंगा। अगर नहीं, तो मेरे पास और भी विकल्प हैं। आपको ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि मेरे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है।”

केरल कांग्रेस में बढ़ रही नाराजगी

थरूर की हालिया गतिविधियों को लेकर केरल कांग्रेस का एक धड़ा खासा नाराज बताया जा रहा है। पिछले दिनों जब उन्होंने केरल सरकार की स्टार्टअप पॉलिसी की तारीफ की थी, तो राज्य कांग्रेस ने इसे पूरी तरह खारिज कर दिया था।

इस बयान के बाद उन्होंने राहुल गांधी और सोनिया गांधी समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी।

दिल्ली में अपनी बैठकों के बाद थरूर ने इस विवाद को तूल न देने की अपील की। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी से मेरी अच्छी बातचीत हुई। एक अखबार में छपे लेख पर जो बवाल मचाया जा रहा है, वह गैरजरूरी है।”

उन्हें दिक्कत है तो वे तय करें: थरूर

राज्य कांग्रेस नेतृत्व से मतभेद की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे किसी भी राज्य नेता से कोई दिक्कत नहीं है। अगर किसी को मुझसे परेशानी है, तो यह उन पर निर्भर करता है कि वे इसे सुलझाना चाहते हैं या नहीं। मैंने किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की।” थरूर ने अपने लेख को सही ठहराते हुए कहा कि उनकी राय किसी वामपंथी दस्तावेज पर आधारित नहीं थी, बल्कि ग्लोबल स्टार्टअप रिपोर्ट और केंद्र सरकार की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट पर आधारित थी। उन्होंने कहा, “अगर किसी के पास इससे ज्यादा विश्वसनीय स्रोत है, तो मैं उसे सुधारने के लिए तैयार हूं।”

क्या थरूर कांग्रेस छोड़ेंगे?

इन तमाम घटनाक्रम के बाद शशि थरूर की स्थिति अभी भी असमंजस में है। पार्टी में उनके बढ़ते आलोचक चाहते हैं कि वे ज्यादा अनुशासित रहें, जबकि उनके समर्थक उन्हें केरल कांग्रेस में बड़ा चेहरा मानते हैं।

अब सबकी नजरें 28 फरवरी की बैठक पर टिकी हैं, जहां तय होगा कि थरूर कांग्रेस के साथ बने रहेंगे या अपने विकल्प को आजमाएंगे।

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