ब्रिटेन के कट्टरपंथी और विवादित नेता टॉमी रॉबिन्सन को मंगलवार को जेल से रिहा कर दिया गया।
उन्हें अक्टूबर 2024 में अदालत की अवमानना के मामले में 18 महीने की सजा सुनाई गई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने बर्ताव में बदलाव को ध्यान में रखते हुए उनकी सजा घटा दी।
दिलचस्प बात ये है कि रॉबिन्सन की इस रिहाई के पीछे अमेरिका के अरबपति कारोबारी एलन मस्क की भी बड़ी भूमिका रही, जिन्होंने खुलेआम उनके समर्थन में मुहिम चलाई थी।
रॉबिन्सन पर 2024 में ब्रिटेन में भड़के भीषण दंगों को भड़काने का आरोप भी लगा था, जिसे उन्होंने सिरे से नकारा।
मगर सोशल मीडिया और सड़कों पर उनकी मौजूदगी को कई ने उन दंगों का ट्रिगर बताया था। सरकार और मीडिया से टकराव के लिए बदनाम रॉबिन्सन ने जेल से बाहर आते ही कहा, “इस देश में जहां फ्री स्पीच पर भरोसा नहीं किया जाता, वहां जेल जाना एक नागरिक पत्रकार के लिए रिस्क का हिस्सा है।”
रॉबिन्सन की मस्क की तारीफ
रॉबिन्सन ने जेल के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि ब्रिटिश स्टेट ने उन्हें चुप कराने की हर कोशिश की, लेकिन एलन मस्क जैसे लोगों की वजह से उनकी आवाज अब भी जिंदा है।
उन्होंने कहा, “अगर मस्क का एक्स न होता, तो लोग समझते कि मैं झूठा हूं।” जेल से बाहर आते ही उन्होंने ऐलान कर दिया कि वो लंदन में फ्री स्पीच फेस्टिवल आयोजित करेंगे और अपने समर्थकों को एक बार फिर जुटाएंगे।
गौरतलब है कि जब रॉबिन्सन जेल में कैद थे तब मस्क ने ब्रिटेन की सरकार की आलोचना की थी और तुरंत रिहा करने को कहा था।
हालांकि, कोर्ट ने यह भी माना कि रॉबिन्सन ने अभी तक माफी नहीं मांगी है, मगर उन्होंने भविष्य में आदेशों का पालन करने का भरोसा दिलाया है।
रिहाई की खबर के अगले ही दिन रॉबिन्सन पर दो पत्रकारों को डराने-धमकाने के मामले में नई चार्जशीट भी दायर की गई है।
उन पर अगस्त 2023 में दो लोगों को परेशान करने और हिंसा की धमकी देने का आरोप है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने पुष्टि की है कि उन्हें औपचारिक रूप से आरोपित किया गया है।