यूक्रेन ने रविवार को ड्रोन हमले के जरिए रूस के एयरबेस को तबाह कर दिया।
वहां खड़े कम-से-कम 40 बम बरसाने वाले विमानों को नुकसान पहुंचा है।
यह हमला रूस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। तीन साल से ज्यादा समय से चल रहे युद्ध का अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है, लेकिन अब सीजफायर की कोशिशें लगातार हो रही हैं।
इसी बीच, रविवार को यूक्रेन ने रूस के एयरबेस को निशाना बनाते हुए अलग ढंग से हमला किया।
पहले बड़े ट्रक के जरिए ड्रोन रूस भिजवाए गए और फिर अचानक से उसी ट्रक के कंटेनर से ड्रोन बाहर आए और एयरबेस पर खड़े विमानों को निशाना बनाने लगे।
इस हमले की निगरानी खुद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की कर रहे थे। एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर न्यूज एजेंसी ‘एपी’ से कहा कि हमले को अंजाम देने में डेढ़ साल से अधिक का समय लगा है।
उन्होंने बताया कि इस अभियान में ट्रकों में कंटेनरों में ड्रोन भरकर रूसी क्षेत्र में काफी अंदर तक ले जाया गया।
ड्रोन ने कथित तौर पर रविवार दोपहर को कई एयरबेस पर तैनात 41 बमवर्षक विमानों को निशाना बनाया, जिसमें यूक्रेन से 4,000 किलोमीटर से अधिक दूर रूस के इरकुत्स्क क्षेत्र में बेलाया एयर बेस भी शामिल है।
रूस से बातचीत को यूक्रेन भेजेगा प्रतिनिधिमंडल
स्थानीय गवर्नर इगोर कोबजेव ने कहा कि यह पहली बार है कि इस क्षेत्र में यूक्रेनी ड्रोन देखा गया है। उन्होंने एक बयान में यह भी कहा कि ड्रोन को एक ट्रक से लॉन्च किया गया था।
रियाजान और मरमंस्क क्षेत्रों में रूसी अधिकारियों ने भी रविवार दोपहर को ड्रोन गतिविधि की सूचना दी, लेकिन उन्होंने आगे कोई विवरण नहीं दिया।
यह हमला उसी दिन हुआ जब जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन सोमवार को रूस के साथ सीधे शांति वार्ता के एक नए दौर के लिए इस्तांबुल में एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगा।
टेलीग्राम पर एक बयान में, जेलेंस्की ने कहा कि रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा, “हम अपनी स्वतंत्रता, अपने देश और अपने लोगों की रक्षा के लिए सब कुछ कर रहे हैं।”