अमेरिका में राष्ट्रपति पद संभालते ही डोनाल्ड ट्रंप लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं।
भारत और चीन समेत दुनियाभर के देशों को टैरिफ धमकी देने के बाद अब ट्रंप की नजर स्वास्थ्य विभाग पर है। अमेरिका के स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग (HHS) ने मंगलवार से कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है।
इस छंटनी के तहत कुल 10000 कर्मचारियों को निकाले जाने की संभावना है। यह कदम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सरकारी कर्मचारियों के सामूहिक सौदेबाजी अधिकारों को खत्म करने के निर्णय के कुछ ही दिनों बाद उठाया गया है।
NIH और FDA में भारी छंटनी
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) में भी छंटनी की गई है। NIH के चार निदेशकों को प्रशासनिक अवकाश पर भेज दिया गया, और संचार विभाग के कई कर्मचारियों को हटा दिया गया।
FDA में भी तंबाकू और दवाओं से संबंधित नियमों को तैयार करने वाली टीम को बाहर किया गया है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर असर
इन छंटनियों का सबसे बड़ा असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ेगा। डेमोक्रेटिक सीनेटर पैटी मरे ने चेतावनी दी है कि इन बदलावों के कारण प्राकृतिक आपदाओं और संक्रामक रोगों के प्रसार पर निगरानी कमजोर हो जाएगी, जिससे लोगों की जान को खतरा हो सकता है।
बदलाव की योजना
स्वास्थ्य सचिव रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर ने विभाग को फिर से संगठित करने की योजना की घोषणा की थी।
इसके तहत विभाग में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों को निकाला जाएगा, और नए प्रशासन के तहत संगठित कार्यों में बदलाव किया जाएगा। इस कदम से HHS के कर्मचारियों की संख्या घटकर 62000 हो जाएगी।
HHS के कर्मचारियों के संघों का कहना है कि यह बदलाव विभाग की कार्यकुशलता को प्रभावित करेगा और स्वास्थ्य विभागों में भारी अस्थिरता ला सकता है।
ट्रंप का कदम
राष्ट्रपति ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभागों के कर्मचारियों के सामूहिक सौदेबाजी अधिकार समाप्त हो जाएंगे। डेमोक्रेटिक सांसदों ने इस कदम की आलोचना की है और इसे संघीय कर्मचारियों के अधिकारों का उल्लंघन बताया है।
COVID-19 की राहत राशि पर भी असर
इसके अलावा, HHS ने COVID-19 राहत के लिए राज्य और स्थानीय स्वास्थ्य विभागों को दी जाने वाली 11 बिलियन डॉलर की धनराशि को वापस खींच लिया है, जिससे उन विभागों में और भी छंटनियां हो सकती हैं।