अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यमन में सक्रिय हूती विद्रोहियों द्वारा किए गए किसी भी हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया जाएगा और उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
ट्रंप ने यह बयान हाल ही में हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिकी हवाई हमलों के बाद दिया।
इन हमलों के जरिए लाल सागर में शिपिंग को निशाना बनाने वाले हूती ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी।
शनिवार को शुरू किए गए इन हमलों में अमेरिकी सेना ने हूती विद्रोहियों के कई ठिकानों को नष्ट किया, जिसमें कम से कम 31 लोगों के मारे जाने और 101 के घायल होने की खबर है।
ईरान को इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा- अमेरिका
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “अब से, हूतियों द्वारा चलाई गई हर गोली को ईरान के हथियारों और नेतृत्व द्वारा चलाई गई गोली माना जाएगा। ईरान को इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा और उसे इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे।”
उन्होंने ईरान से हूतियों को आर्थिक और सैन्य समर्थन तत्काल बंद करने की मांग की। ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा न करने पर अमेरिका “पूरी ताकत से जवाब देगा।”
ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने पिछले डेढ़ साल में लाल सागर और बाब अल-मंदब जलडमरूमध्य में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग पर 190 से अधिक हमले किए हैं।
इन हमलों को हूतियों ने गाजा में इजरायल-हमास युद्ध के दौरान फिलिस्तीनियों के समर्थन में बताया है। हालांकि, इन हमलों से वैश्विक व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिसके चलते अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने सैन्य कार्रवाई शुरू की।
ट्रंप ने कहा, “हूतियों की समुद्री डकैती और आतंक ने अरबों डॉलर का नुकसान पहुंचाया है। हमारे बहादुर सैनिक नौवहन की स्वतंत्रता को बहाल करने के लिए आतंकवादियों और उनके आकाओं पर हमला कर रहे हैं।”
ईरान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन….
ईरान ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि हूतियों की कार्रवाइयों के लिए उसे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख होसैन सलामी ने एक टेलीविजन भाषण में ट्रंप की धमकियों की निंदा की और कहा, “ईरान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर कोई हमें धमकी देता है, तो हम उचित और निर्णायक जवाब देंगे।”
सलामी ने हूतियों को यमनियों का प्रतिनिधि करार देते हुए दावा किया कि यह समूह अपने रणनीतिक निर्णय स्वतंत्र रूप से लेता है।
अमेरिकी हमलों के जवाब में हूतियों ने इसे “युद्ध अपराध” करार दिया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। हूती प्रवक्ता मोहम्मद अल-बुखायती ने कहा, “जब भी मौका मिलेगा, हम अमेरिकी ठिकानों पर हमला करेंगे।”
यमन की राजधानी सना में हुए हमलों में स्थानीय लोगों ने बताया कि विस्फोट इतने शक्तिशाली थे कि वे भूकंप जैसे लगे, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।