प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
हर महीने में 1 बार कालाष्टमी व मासिक कृष्ण जन्माष्टमी अष्टमी तिथि पर पड़ती है।
कालाष्टमी व्रत विशेष तौर पर भगवान शिव को समर्पित है। इस साल अप्रैल के महीने में एक ही दिन मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व कालाष्टमी का व्रत रखा जाएगा।
धार्मिक मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है या भगवान शिव व कृष्ण जी की पूजा करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
जानें पूजन मुहूर्त व विधि-
आज है कालाष्टमी व मासिक कृष्ण जन्माष्टमी: हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 20 अप्रैल 2025, रविवार के दिन शाम 7 बजे से हो रही है, जो अगले दिन 21 अप्रैल 2025 की शाम 06:58 बजे तक रहेगी।
दृक पंचांग के अनुसार, कालाष्टमी व मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत 20 अप्रैल को रखा जाएगा। आज सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग व द्विपुष्कर योग का निर्माण भी हो रहा है, जो शुभ माने जाते हैं।
पूजन शुभ मुहूर्त
- अभिजित मुहूर्त 11:54 से 12:46
- विजय मुहूर्त 14:30 से 15:22
- गोधूलि मुहूर्त 18:49 से 19:11
- अमृत काल 06:43 से 08:24
- त्रिपुष्कर योग 11:48 से 19:00
- सर्वार्थ सिद्धि योग 11:48 से 05:50, अप्रैल 21
- रवि योग 05:51 से 11:48
पूजा-विधि
- स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें
- भगवान शिव व श्री हरि विष्णु का जलाभिषेक करें
- प्रभु का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें
- शिव जी को सफेद चंदन और पुष्प अर्पित करें
- विष्णु भगवान को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें
- मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें
- संभव हो तो व्रत रखें और व्रत लेने का संकल्प करें
- मंत्र का जाप करें
- पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव जी व कृष्ण जी की आरती करें
- कृष्ण जी को तुलसी दल सहित भोग लगाएं
- शिव जी को बिना तुलसी दल के भोग लगाएं
- अंत में क्षमा प्रार्थना करें
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।