प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार): केवल व्हाट्सएप मेसेज 94064 20131
शनिवार का दिन न्याय के देवता भगवान शनिदेव को समर्पित है।
इस दिन विधि- विधान से शनिदेव की पूजा- अर्चना की जाती है। शनिदेव के अशुभ प्रभावों से हर कोई भयभीत रहता है। शनिवार को भगवान शनिदेव की सच्चे मन से उपासना करें।
शनिवार को शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति पर शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
आइए जानते हैं, शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए-
दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करें
शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए हर शनिवार को दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ जरूर करें। दशरथ कृत शनि स्तोत्र की रचना भगवान श्री राम के पिताजी राजा दशरथ ने की थी। दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है।
चीटियों को खिलाएं
शनिवार की सुबह जल्दी उठकर आटे में शक्कर और काला तिल मिलाकर चीटियों को खिलाएं। इससे धन संबंधी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
दान करें
शनिवार को जरूरतमंदों को काले तिल, काले रंग का कंबल और उड़द की दाल दान करें।
कुत्ते को खिलाएं
घर में रोटियां बनाकर उस पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाएं।
पीपल के पेड़ की पूजा
शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा अवश्य करें। इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे देसी घी का दीपक जलाएं।
इस तरह करें तेल का दान
शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले एक कटोरी में सरसों का तेल रखें और उसमें अपना चेहरा देखें। चेहरा देखने के बाद उस तेल को दान कर दें।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार को कुछ काम करने की मनाही भी होती है। आइए जानते हैं, शनिवार को क्या नहीं करना चाहिए-
तेल, लोहा और नमक न खरीदें
शनिवार के दिन तिल या सरसों का तेल नहीं खरीदना चाहिए। इस दिन सरसों या तिल के तेल का दान करना शुभ माना जाता है।
शनिवार के दिन लोहे की चीजें भी खरीदने से बचना चाहिए। इस दिन लोहे की वस्तुओं का दान करना चाहिए। शनिवार के दिन नमक नहीं खरीदना चाहिए। कहा जाता है कि शनिवार के दिन नमक खरीदने से कर्ज बढ़ता है।
डिस्क्लेमर- (इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)