प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
कर्म फलदाता शनिदेव हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनि को सबसे धीमी गति का ग्रह है। इस समय शनि मीन राशि में विराजमान हैं।
शनि 13 जुलाई 2025 को सुबह 07 बजकर 24 मिनट पर मीन राशि में वक्री होंगे। इसके बाद शनि 28 नवंबर को मार्गी होंगे। शनि वक्री की अवधि 138 दिन है।
शनि की वक्री चाल का अर्थ उलटी गति से चलना है। शनि वक्री होकर मेष से लेकर मीन राशि पर अलग-अलग प्रभाव डालेंगे।
शनि की उलटी चाल से कुछ भाग्यशाली राशि वालों को सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। जानें वक्री शनि किन राशियों को देंगे लाभ।
1. कर्क राशि- कर्क राशि वालों के लिए वक्री शनि अनुकूल परिणाम दिलाएंगे। कार्यों की विघ्न-बाधा खत्म होंगी। परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे।
आय में वृद्धि हो सकती है। शत्रु परास्त होंगे। पिता की सेहत का ध्यान रखें। निवेश का अच्छा लाभ मिलेगा। शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है।
2. मकर राशि- मकर राशि वालों के लिए शनि की उलटी चाल लाभकारी रहने वाली है। आर्थिक लाभ होने की संभावना है। यात्रा का योग बनेगा।
धर्म-कर्म में हिस्सा लेंगे। भाई-बहन के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। दोस्तों का साथ मिलेगा। इस अवधि में आपको कई स्रोतों से धन लाभ हो सकता है। आप अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं। आप महत्वपूर्ण फैसला लेने में सफल रहेंगे।
3. कुंभ राशि- शनि वक्री कुंभ राशि वालों के लिए लाभकारी साबित होंगे। रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। आर्थिक लाभ के संकेत हैं।
अगर आप निवेश की प्लानिंग बना रहे हैं तो इससे लाभ कमाने का यह सबसे अच्छा समय है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिलेगी। कारोबार में बड़ी सफलता मिलेगी। सेहत का लाभ मिलेगा। कार्यों को पूरे उत्साह के साथ पूरा कर पाते हैं।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।