प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। शिव भक्तों को सावन महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है।
मान्यता है कि सावन में भगवान शिव का पूजन, व्रत व जलाभिषेक करने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, सावन माह में ही भगवान शिव व माता पार्वती का मिलन हुआ था।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, सावन माह में ही भगवान शिव ने माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार करने का वचन दिया था।
इसलिए सावन माह का महत्व अधिक है। सावन माह में पड़ने वाले सोमवार का भी खास महत्व है। जानें सावन माह का पहला सोमवार कब है।
सावन का पहला सोमवार कब है 2025: सावन का महीना 11 जुलाई से प्रारंभ होगा और 09 जुलाई को समाप्त होगा। सावन महीने का पहला सोमवार 16 जुलाई को है।
सावन के पहले सोमवार को शिव पूजन मुहूर्त: सावन माह के पहले सोमवार को शिव पूजन व जलाभिषेक का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:11 से सुबह 04:52 तक रहेगा। अभिजित मुहूर्त सुबह 11:59 से दोपहर 12:55 बजे तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 02:45 से दोपहर 03:40 बजे तक रहेगा।
सावन में कितने सोमवार पड़ेंगे: 2025 में सावन माह में कुल 4 सोमवार पड़ेंगे। सावन का पहला सोमवार 16 जुलाई, दूसरा सोमवार 21 जुलाई, तीसरा सोमवार 28 जुलाई और चौथा सोमवार 4 अगस्त को होगा।
सावन माह में शिव पूजा का महत्व: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन का महीना अति उत्तम माना गया है। मान्यता है कि इस माह में शिव पूजा करने, सोमवार व्रत करने और शिवलिंग का जलाभिषेक करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। भगवान शिव व माता पार्वती की कृपा से सुखद वैवाहिक जीवन व संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।