प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि को न्याय देवता व कर्म फलदाता माना गया है।
शनि हर जातक को उसके कर्म के अनुसार फल प्रदान करते हैं। कहा जाता है कि जिस व्यक्ति पर शनिदेव की कृपा दृष्टि होती है वह फर्श से अर्श तक पहुंच जाता है।
शनि करीब ढाई साल में एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। शनि इस समय कुंभ राशि में विराजमान हैं और मार्च में मीन राशि में गोचर करेंगे।
गोचर से पहले शनि 28 फरवरी 2025 को अपनी स्वराशि कुंभ में अस्त हो रहे हैं। करीब 40 दिन तक अस्त रहने के बाद 9 अप्रैल को उदित होंगे।
शनि की अस्त अवस्था कुछ राशियों के लिए अत्यंत शुभ व लाभकारी रहने वाली है। कुछ भाग्यशाली राशियों को शनि व्यक्तिगत व व्यावसायिक सफलता के साथ आर्थिक उन्नति भी प्रदान करेंगे। जानें शनि अस्त से किन राशियों को होगा लाभ-
1. मेष राशि- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि मेष राशि के 11वें भाव में अस्त होंगे। शनि के प्रभाव से मेष राशि वालों को नौकरी में अच्छे अवसरों की प्राप्ति होगी। नौकरी में उन्नति के मार्ग खुलेंगे। आर्थिक लाभ की संभावना है।
आकस्मिक धन लाभ भी हो सकता है। व्यापारिक स्थिति मजबूत होगी।
2. कर्क राशि- कर्क राशि वालों के लिए शनि 8वें भाव में अस्त होंगे। शनि के प्रभाव से कर्क राशि वालों को नौकरी में आय में वृद्धि के साथ पदोन्नति प्राप्त हो सकती है।
अटके हुए धन की वापसी हो सकती है। धन आगमन के नए-नए मार्ग बनेंगे और पुराने मार्ग से भी रुपए-पैसे आएंगे। परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे। व्यापारियों को मुनाफा होगा।
3. धनु राशि- धनु राशि के तीसरे भाव में शनि अस्त होंगे। शनि अस्त से धनु राशि वालों को बड़ा आर्थिक लाभ हो सकता है। करियर में उन्नति मिल सकती है।
नौकरी पेशा करने वालों को वेतन वृद्धि मिलने के योग हैं। आपके द्वारा किया गया प्रयास सफल होगा। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सफल रहेंगे। भाई-बहन के साथ रिश्तों में सुधार होगा। यात्रा लाभकारी रहेगी।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते किये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।