आतंकवाद पर पाकिस्तान को बेनकाब करने और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने के लिए विदेश दौरे पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विश्व स्तर पर भारत का डंका बजा रहे हैं।
इन्हीं में से एक दल डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में स्पेन की राजधानी मैड्रिड पहुंचा। यहां पर मीडिया और प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कनिमोझी ने राष्ट्रभाषा के सवाल पर ऐसा जवाब दिया, जिससे पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
दरअसल, कनिमोझी से भारत की राष्ट्रभाषा के बारे में पूछा गया। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भारत की राष्ट्रभाषा विविधता में एकता है।
कानिमोझी ने कहा, “आप भारत की राष्ट्रभाषा के बारे में जानना चाहते हैं, मुझे लगता है कि भारत की राष्ट्रभाषा विविधता में एकता है।”
कनिमोझी करुणानिधि के इस बयान के बाद वहां मौजूद लोग खुद को ताली बजाने से नहीं रोक पाए। कनिमोझी का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब दक्षिण भारत के तमाम राज्यों में हिन्दी विरोध तेजी के साथ बढ़ रहा है।
कनिमोझी दक्षिण भारत की एक बड़ी पार्टी डीएमके की सांसद है। ऐसे में उनकी तरफ से दिया गया यह बयान न भारत की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता में एकता को दर्शाता है।
आपको बता दें, कनिमोझी ने इतना ही नहीं दुनिया से आतंक के खिलाफ एकजुट होने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि दुनिया भर को आतंक के खिलाफ एकजुट हो जाना चाहिए।
इससे पहले कनिमोझी के नेतृत्व में यह दल भारत के महत्वपूर्ण सहयोगी देश रूस पहुंचा था, जहां पर इन्होंने पाकिस्तान को आतंक की फैक्ट्री बताया था।