प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार): केवल व्हाट्सएप मेसेज 94064 20131
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होते हैं।
साल में कुल चार नवरात्रि आते हैं, दो प्रत्यक्ष और दो गुप्त नवरात्रि। प्रत्यक्ष नवरात्रि चैत्र व शारदीय नवरात्रि होते हैं, जबकि गुप्त नवरात्रि माघ व आषाढ़ मास में मनाई जाती है।
इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से प्रारंभ हो रहे हैं और इनका समापन 6 अप्रैल को होगा।
पंचमी तिथि का क्षय होने के कारण चैत्र नवरात्रि 8 दिनों के होंगे। चैत्र नवरात्रि के दौरान भक्त मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा करेंगे। जानें पंडित जी से चैत्र नवरात्रि की अष्टमी व नवमी तिथि कब है और कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त-
चैत्र नवरात्रि की अष्टमी और नवमी कब है: पंडित मोहन कुमार दत्त मित्र ने बताया कि चैत्र नवरात्रि की अष्टमी 05 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी।
जबकि राम नवमी या नवमी 06 अप्रैल को है। 30 मार्च को कलश स्थापना की जाएगी और पहला नवरात्रि का व्रत रखा जाएगा। 31 मार्च 2025 को द्वितीय नवरात्रि व्रत रखा जाएगा।
1 अप्रैल को तीसरा नवरात्रि व्रत रखा जाएगा। 2 अप्रैल 2025, बुधवार को चौथी और पंचमी की पूजा होगी। 3 अप्रैल को षष्ठी तिथि और 4 अप्रैल को सप्तमी तिथि मनाई जाएगी।
चैत्र नवरात्रि घट स्थापना का मुहूर्त– कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 30 मार्च 2025, रविवार को सुबह 06 बजकर 13 मिनट से सुबह 10 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। कलश स्थापना का अभिजीत मुहूर्त सुबह 12 बजकर 01 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा।
घटस्थापना के शुभ चौघड़िया मुहूर्त-
लाभ – उन्नति: 09:20 ए एम से 10:53 ए एम
अमृत – सर्वोत्तम: 10:53 ए एम से 12:26 पी एम
शुभ – उत्तम: 01:59 पी एम से 03:32 पी एम
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।