सावन के पहले सोमवार पर शिव पूजा के 2 श्रेष्ठ मुहूर्त, जानें घर पर रुद्राभिषेक करने की सरल विधि…

प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):

आज सावन के पहले सोमवार का दिन शिव जी की आराधना के लिए उत्तम है।

आयुष्मान और सौभाग्य योग में सावन का पहला सोमवार पड़ रहा है। योग संयोग से भरा आज का दिन शिव पूजन के लिए काफी खास है। शिव मंदिरों में हर-हर महादेव का जयकारा गूंजेगा।

सच्ची श्रद्धा के साथ जलाभिषेक करने के साथ महामृत्युंजय जाप और रुद्राभिषेक के अनुष्ठान 10 गुना फल प्रदान करेंगे।

सावन सोमवार के इस शुभ बेला में पूजन-अर्चना के लिए आज शिव पूजन व रुद्राभिषेक के लिए दो अति उत्तम मुहूर्त मिल रहे हैं। आइए जानते हैं आज शिव पूजन के उत्तम मुहूर्त, उपाय, व रुद्राभिषेक की सरल विधि व लाभ-

सावन के पहले सोमवार पर शिव पूजा के लिए 2 बेस्ट मुहूर्त: दृक पंचांग के अनुसार, आज शुभ – उत्तम चौघड़िया मुहूर्त 09:00 ए एम से 10:43 ए एम तक, व अभिजित मुहूर्त 11:59 ए एम से 12:55 पी एम तक रहेगा।

ये दोनों ही मुहूर्त शिव पूजन व रुद्राभिषेक करने के लिए शुभ माने गए हैं। आज शिववास का योग भी बन रहा है, जो पूजन के लिए लाभकारी माना जाता है।

संध्या पूजन चौघड़िया मुहूर्त

लाभ – उन्नति 03:54 पी एम से 05:38 पी एम

गोधूलि मुहूर्त 07:20 पी एम से 07:40 पी एम

अमृत – सर्वोत्तम 05:38 पी एम से 07:21 पी एम

चर – सामान्य 07:21 पी एम से 08:38 पी एम

जानें घर पर रुद्राभिषेक करने का आसान तरीका: सबसे पहले गणेश जी का ध्यान करें। इसके बाद भगवान शिव, पार्वती सहित सभी देवता और नौ ग्रहों का ध्यान कर रुद्राभिषेक करने का संकल्प लें। मिट्टी से शिवलिंग बनाएं और उत्तर दिशा में स्थापित करें।

रुद्राभिषेक करने वाले व्यक्ति का मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करते हुए इस विधि की शुरुआत करें। सबसे पहले शिवलिंग को गंगाजल से स्नान करवाएं।

इसके बाद गन्ने के रस, गाय के कच्चे दूध, शहद, घी और मिश्री से शिवलिंग का अभिषेक करें। हर सामग्री से अभिषेक करने से पहले और बाद में पवित्र जल या गंगाजल चढ़ाएं।

प्रभु पर बिल्व पत्र, सफेद चंदन, अक्षत, काला तिल, भांग, धतूरा, आंक, शमी पुष्प व पत्र, कनेर, कलावा, फल, मिष्ठान और सफेद फूल अर्पित करें। इसके बाद शिव परिवार सहित समस्त देवी-देवताओं की पूजा करें। भोग लगाएं। शिव जी की आरती करें। अंत में क्षमा प्रार्थना करें।

इस क्रिया के दौरान अर्पित किया जाने वाला जल घर के सभी कोनों और सभी लोगों पर छिड़के और इसे प्रसाद स्वरूप में भी ग्रहण कर सकते हैं।

रुद्राभिषेक खासतौर पर विद्वान् पंडित से करवाना अत्यंत सिद्ध माना जाता है। आप स्वयं भी रुद्राष्टाध्यायी का पाठ कर इस विधि को संपूर्ण कर सकते हैं। शिव जी का रुद्राभिषेक करते समय शिव मंत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते रहें।

अभिषेक का लाभ

-दूध से अभिषेक करने से परिवार में कलह और मानसिक पीड़ा समाप्त होगी

-घी से अभिषेक करने पर वंश की वृद्धि होती है

-इत्र से अभिषेक करने पर भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है

-शहद से अभिषेक करने पर बीमारियां खत्म हो जाती हैं

-गन्ने के रस से अभिषेक करने पर आर्थिक समृद्धि , धन प्राप्ति व परिवार सुख बना रहता है

उपाय: अक्षत भोले बाबा को अतिप्रिय है। इसलिए चावल को धोकर और 108 दाने गिनकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इससे ऑफिस में आ रही मुश्किलों को भी दूर किया जा सकता है।

शिवलिंग पर चढ़ाएं ये पुष्प, फल व पत्तियां

  • कमल पुष्प चढ़ाने पर शांति और धन की प्राप्ति होती है
  • धतूर पुष्प व फल चढ़ाने से पुत्र रत्न की प्राप्ति और पुत्र सुख प्राप्त होता है
  • कनेर का पुष्प चढ़ाने से परिवार में कलह और रोग से छुटकारा मिलता है
  • शमी पत्र चढ़ाने से पापों का क्षय, शत्रुओं का शमन और भूतप्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है
  • बेर का फल चढ़ाने से सुख-समृद्धि बनी रहती है
  • बेलपत्र चढ़ाने पर जन्म जन्मांतर के पाप और रोगों से मुक्ति प्राप्त होती है

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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