पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के तुर्बत इलाके में अज्ञात हमलावरों ने धार्मिक नेता मुफ्ती शाह मीर की गोली मारकर हत्या कर दी।
बताया जा रहा है कि जब मुफ्ती नमाज अदा करके मस्जिद से बाहर आ रहा था, तभी उस पर हमला हुआ।
गंभीर रूप से घायल मीर को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस हमले की जांच में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां जुट गई हैं।
हालांकि, मीर केवल एक धार्मिक नेता ही नहीं था, बल्कि माना जाता है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भी काम करता था।
बताया जाता है कि 2016 में भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी में मीर की अहम भूमिका थी।
पाकिस्तान का आरोप है कि जाधव भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के लिए काम कर रहे थे, जबकि भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में दावा किया कि उन्हें ईरान से अगवा किया गया था और पाकिस्तान ने उनके खिलाफ झूठी कहानियां गढ़ी थीं।
मुफ्ती शाह मीर पर आरोप है कि वह आईएसआई के इशारे पर मानव तस्करी, हथियार और नशीली दवाओं की तस्करी में भी शामिल था।
कहा जाता है कि वह पाकिस्तान के कई आतंकी प्रशिक्षण शिविरों का हिस्सा रहे और भारत में घुसपैठ कराने में भी उनकी भूमिका थी।
बलूच विद्रोही गुटों को शक हो गया था कि मीर उनकी गोपनीय जानकारियां पाकिस्तानी सेना और आईएसआई को दे रहा था।
माना जा रहा है कि इसी वजह से उसे निशाना बनाया गया। स्थानीय पुलिस का कहना है कि यह हमला पूरी योजना के तहत किया गया और हमलावर पहले से घात लगाए बैठे थे।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मीर की हत्या से आईएसआई के शीर्ष अधिकारी भी हिल गए हैं।
अब सुरक्षा एजेंसियां हत्यारों की तलाश में जुटी हैं, जबकि बलूच विद्रोहियों के हाथ होने की आशंका जताई जा रही है।