पहलगाम आतंकी हमले को अंजाम देने वाले लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) को अमेरिका ने विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया है।
इससे पाकिस्तान भड़क गया है और भारत पर उसके खिलाफ माहौल बनाने का आरोप लगाया है। उसने कहा है कि लश्कर और टीआरएफ के बीच कोई भी संबंध नहीं है।
हालांकि, दिखावे के लिए पाकिस्तान ने साथ में यह भी कह दिया कि वह आतंकवादी संगठनों के प्रति शून्य सहिष्णुता रखता है।
पाकिस्तान ने भारत पर आरोप लगाया कि वह ऐसी सूची का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान विरोधी माहौल बनाने के लिए कर रहा है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने टीआरएफ को पर हुई कार्रवाई पर जवाब देते हुए कहा, ”पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों के प्रति शून्य सहिष्णुता” रखता है, हालांकि, टीआरएफ और लश्कर-ए-तैयबा के बीच कोई भी संबंध जमीनी हकीकतों को झुठलाता है।
लश्कर-ए-तैयबा एक निष्क्रिय समूह है जिस पर पाकिस्तान में प्रतिबंध लगा दिया गया है।” बयान में आगे कहा गया है, “पाकिस्तान ने संबंधित संगठनों को प्रभावी और व्यापक रूप से नष्ट कर दिया है, उनके नेतृत्व को गिरफ्तार और अभियोजित किया है, और उनके काडर को कट्टरपंथ से मुक्त कर दिया है।”
द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), जिसे कश्मीर रेजिस्टेंस के नाम से भी जाना जाता है, को पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले के सिलसिले में गुरुवार को अमेरिका द्वारा ‘विदेशी आतंकवादी संगठन’ और ‘विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी’ के रूप में ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया था।
द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), जिसे कश्मीर रेजिस्टेंस के नाम से भी जाना जाता है, को पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले के सिलसिले में गुरुवार को अमेरिका द्वारा ‘विदेशी आतंकवादी संगठन’ और ‘विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी’ के रूप में ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया था।