पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को भी भारत से ऐक्शन का डर सता रहा है।
हालांकि, इसे लेकर पाकिस्तान सरकार ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन मुल्क ने कहा है कि अगर भारत हमला करने की कोशिश करता है, तो राजनीतिक दलों को एकजुट होना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हुसैन ने लिखा, ‘पाकिस्तान राजनीतिक रूप से बंटा हुआ है, लेकिन एक राष्ट्र के तौर पर हम एकसाथ खड़े हैं।
अगर भारत की तरफ से धमकी दी जाती है या हमला किया जाता है, तो सभी ग्रुप पीएमएल-एन, पीपीपी, पीटीआई, जेयूआई और अन्य हमारे मुल्क की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान झंडे के तहत एकसाथ आगे बढ़ेंगे।’
उन्होंने कहा था, ‘भारतीय कैबिनेट ने अपनी सुरक्षा बैठक पूरी कर ली है। उम्मीद करते हैं कि शांति बनी रहेगी और अधिकारी मीडिया के कारण पैदा हुए युद्धोन्माद के चलते लाखों लोगों की जान खतरे में नहीं डालेंगे।’
भारत ने खाई कसम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को स्थिति का जायजा लेने और सरकार की रणनीति पर विचार-विमर्श करने के लिए सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल एवं वरिष्ठ नौकरशाह मौजूद थे। शाह ने प्रधानमंत्री को हमले के बारे में जानकारी दी तथा इस घटना के बाद उठाए गए कदमों पर चर्चा की।
सेना के साथ रणनीति पर मंथन
रक्षा मंत्री सिंह ने सीडीएस अनिल चौहान, तीनों सेनाओं के प्रमुख और सेना के मिलिट्री ऑपरेशन के महानिदेशक के साथ बैठक की।
सूत्रों ने बताया, बैठक में रक्षा मंत्री ने सैन्यबलों को आतंक के खिलाफ लड़ाई को तेज करने का निर्देश दिया है। बैठक में सैन्य अधिकारियों ने रक्षा मंत्री को बताया कि आतंकियों की तलाश में अतिरिक्त सैन्यबलों को तैनात किया गया है।