प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार): केवल व्हाट्सएप मेसेज 94064 20131
सनातन परंपरा में देवउठनी या फिर कहें देवोत्थान एकादशी का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व माना गया है. पंचांग के अनुसार यह पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की एकादशी को पड़ता है.
पंचांग के अनुसार आज स्मार्त 01 नवंबर को तो वहीं वैष्णव परंपरा से जुड़े लोग 02 नवंबर को अपनी-अपनी आस्था और परंपरा के अनुसार मनाएंगे.
हिंदू धर्म के अनुसार भगवान विष्णु के चार महीने बाद जागते ही इसी तिथि से मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है. इसी दिन तुलसी विवाह भी होता है.
आइए जानते हैं कि देवोत्थान एकादशी के दिन भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए.
देवउठनी एकादशी पर क्या करना चाहिए
- हिंदू मान्यता के अनुसार देवउठनी एकादशी व्रत को अत्यंत ही पुण्यदायी माना गया है, ऐसे में इस दिन व्यक्ति को स्नान-ध्यान करके अपने तन और मन को पवित्र रखना चाहिए.
- देवउठनी एकादशी व्रत वाले दिन व्यक्ति को पूजा में पीले पुष्प, पीले वस्त्र, पीले फल और पीली मिठाई चढ़ाना चाहिए.
- देवउठनी एकादशी वाले दिन व्यक्ति को भगवान श्री लक्ष्मी नारायण का अधिक से अधिक मंत्र जप या फिर श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए.
- देवउठनी एकादशी के दिन साधक को भगवान विष्णु की पूजा के अंत में शुद्ध देशी घी का दीया जलाकर विशेष रूप से आरती करनी चाहिए.
- देवउठनी एकादशी के दिन साधक को पूजा घर के साथ पूरे घर में दीये जलाना चाहिए. इस दिन घर के किसी भी कोने को अंधेरा नहीं रखना चाहिए.
- देवउठनी एकादशी व्रत का पुण्यफल पाने के लिए व्यक्ति को यथासंभव जरूरतमंद लोगों को दान करना चाहिए.
देवउठनी एकादशी पर क्या नहीं करना चाहिए
- देवउठनी एकादशी व्रत वाले दिन व्यक्ति को अपने मन में किसी के प्रति बुरे विचार नहीं लाना चाहिए और क्रोध करने से बचना चाहिए.
- जिस तुलसी के बगैर एकादशी और भगवान श्री विष्णु की पूजा अधूरी मानी जाती है, उसे इस दिन भूलकर भी नहीं तोड़ना चाहिए. पूजा में चढ़ाने के लिए तुलसी के पत्ते पहले से तोड़कर रख लेना चाहिए.
- देवउठनी एकादशी वाले दिन भूलकर भी तामसिक चीजें जैसे लहसुन, प्याज, मांस-मछली, मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.
देवउठनी एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए.
- हिंदू मान्यता के अनुसार यदि कोई व्यक्ति तिथि, पर्व और दिन के हिसाब शुभ रंग के कपड़े पहनता है तो उसे गुडलक की प्राप्ति होती है, जबकि इसके विपरीत उसे बैडलक का सामना करना पड़ता है. ऐसे में देवउठनी एकादशी व्रत का पुण्यफल पाने की इच्छा रखने वालों को इस दिन काले रंग के कपड़े भूलकर नहीं पहनना चाहिए.
- हिंदू मान्यता के अनुसार देवउठनी एकादशी के दिन भगवान श्री लक्ष्मीनारायण की कृपा चाहने वालों को देर तक सोना नहीं चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. वार्ता 24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.)