आतंकवाद को पालने वाले पाकिस्तान को ब्रिटिश सांसद ‘असफल राष्ट्र’ बता रहे हैं।
साथ ही मुल्क के काम करने के तरीके पर भी सवालिया निशान लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान में लोकतंत्र नहीं है।
उन्होंने जम्मू और कश्मीर के पहलगाम हुए आतंकवादी हमले की भी निंदा की और भारत का समर्थन करने की बात कही है। 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या कर दी थी।
हाल ही में सांसद बॉब ब्लैकमैन ने भारतीय जनता पार्टी सांसद रवि शंकर प्रसाद की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल से लंदन में मुलाकात की थी।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत के साथ खड़े होने की अपील की है।
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान एक असफल राष्ट्र है। पाकिस्तान में लोकतंत्र नहीं है। पाकिस्तान के हिस्सों में लोग हैं, जो पाकिस्तानी सैन्य शासन में भुगत रहे हैं।
यहां कमान किसके हाथ में है। यहां लोकतंत्र है या जनरल हैं। और यह साफ है कि पाकिस्तान से संप्रभु भारत में आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम संदेश दें कि जम्मू और कश्मीर में भारत के हिस्से पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा खत्म होना चाहिए।
सैनिकों को वहां से चले जाना चाहिए और पूरे जम्मू और कश्मीर को एक प्रमुख राज्य के रूप में एकजुट किया जाना चाहिए, जैसा कि 1947 में चाहा गया था। इसके बाद हम आतंकवाद को उखाड़ फेंकने के लिे काम करें और यह सुनिश्चित करें कि लोग घाटी की सुंदरता का मजा लें।’
सहायता राशि पर घेरा
ब्लैकमैन ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाली वित्तीय सहायता पर भी घेरा। उन्होंने कहा, ‘जो राशि पाकिस्तान भेजी जा रही है, उसका क्या इस्तेमाल हो रहा है? इसका इस्तेमाल चीनी हथियार खरीदने के लिए नहीं होना चाहिए, जो भारत पर हमले के लिए आतंकवादियों की मदद करते हैं।
और मेरा यह मानना है कि पाकिस्तान जा रही सहायता राशि को पोलियो को खत्म करने और दूसरी बीमारियों को खात्मे के लिए भेजा जाना चाहिए। जो पाकिस्तान की जनता के लिए फायदेमंद हो, ना कि अवैध रूप से सैन्य उद्देश्य के लिए इसका उपयोग हो।’
भारतीय दल की ब्रिटेन यात्रा
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की ब्रिटेन यात्रा मंगलवार को लंदन में संसद के दोनों सदनों और ‘इंडिया हाउस’ में कई बैठकों के बाद संपन्न हुई।
इस दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का कड़ा रुख स्पष्ट रूप से पेश किया।