प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
फाल्गुन माह में आने वाली पूर्णिमा को फाल्गुन पूर्णिमा कहते हैं।
हिंदू धर्म में फाल्गुन पूर्णिमा का विशेष महत्व है।
इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस श्रीसत्यनारायण कथा का पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि व सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
पूर्णिमा तिथि पर पवित्र नदी में स्नान व दान का भी विशेष महत्व है। यह दिन मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए खास माना गया है।
मान्यता है कि इस दिन कुछ उपायों को करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर पर उनका स्थाई वास होता है। जानें फाल्गुन पूर्णिमा कब है, स्नान-दान मुहूर्त व मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय-
फाल्गुन पूर्णिमा कब है 2025: फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 13 मार्च को सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर प्रारंभ होगी और 14 मार्च 2025 को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट पर समापन होगा। उदयातिथि के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत 14 मार्च 2025 को किया जाएगा।
फाल्गुन पूर्णिमा स्नान-दान मुहूर्त:
सामान्य: 06:32 ए एम से 08:02 ए एम
लाभ – उन्नति: 08:02 ए एम से 09:31 ए एम
अमृत – सर्वोत्तम: 09:31 ए एम से 11:01 ए एम
शुभ-उत्तम: 12:30 पी एम से 02:00 पी एम
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय-
1. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से बरकत मिलता है और दरिद्रता का नाश होता है और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
2. इस दिन चावल, तिल, गुड़ व वस्त्र आदि का दान करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
3. इस दिन मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना शुभ माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
4. फाल्गुन पूर्णिमा के दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा व कथा का पाठ करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होने की मान्यता है।