40 मिनट तक चलता रहा शोषण, खून बहने लगा था — मनोजीत मिश्रा की दरिंदगी की एक और दिल दहला देने वाली कहानी…

पश्चिम बंगाल के लॉ कॉलेज में हुए गैंगरेप के तीन आरोपियों की पुलिस हिरासत मंगलवार को बढ़ाकर 8 जुलाई तक कर दी है। तीनों आरोपियों की गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था।

इन तीनों में मुख्य संदिग्ध मनोजीत मिश्रा तथा दो अन्य छात्र – जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी शामिल हैं। जांच के बीच अब मनोजीत की दरिंदगी का शिकार हुई पीड़िताएं सामने आई हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में एक छात्रा ने मनोजीत पर साल 2023 में यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं।

उन्होंने कहा कि सीनियर्स ने जूनियर्स के लिए पिकनिक का आयोजन किया था और इसके तहत बज बज जा रहे थे। उन्होंने कहा कि वह शहर में नई थीं और बहुत उत्साहित थीं। इस दौरान उनकी पहचान ट्रेन में मनोजीत मिश्रा से कराई गई।

शराब पीने बैठ गया था मनोजीत मिश्रा

उन्होंने अखबार को बताया कि बागान बारी पहुंचने के बाद हमने देखा कि दो एसी कमरे थे, जहां एक कमरा लड़कियों और दूसरा लड़कों के लिए रखा हुआ था।

उन्होंने बताया कि पहुंचने के बाद ही मनोजीत ने शराब पीना शुरू कर दिया और दोपहर तक कुछ लड़के उसके साथ बैठ गए। वह याद करती हैं कि शाम के करीब 5 बजकर 45 मिनट हो रहे होंगे और उनके पिता का कॉल आया।

रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि मैं उनसे बात करने के लिए लड़कों के कमरे में चली गई, क्योंकि वो खाली था।

उन्होंने कहा कि वहां एक बरामदा भी और मैं वहां जाकर बात करने लगी और अचानक पीछे देखा तो मनोजीत खड़ा था। उन्होंने कहा कि उसने मेरे बाल पकड़े, अंदर खींचा और झपटा। उन्होंने कहा कि मैं जाने देने की विनती करती रही और उसने मेरा फोन ले लिया।

वह अखबार को बताती हैं कि मनोजीत ने उन्हें दबा रखा था और हाथों को तेजी से पकड़ रखा था। उन्होंने कहा कि उसने फायदा उठाया और हाथ मेरे अंडरवियर तक ले गया।

मैं रोने लगी। उन्होंने कहा कि उसने मुझे इतनी तेज काटा कि खून बहने लगा और चोट के निशान महीनों तक रहे। वह बताती हैं कि मैं जितना तेज चिल्ला रही थी, मनोजीत म्यूजिक की वॉल्यूम बढ़ाता जा रहा था।

40 मिनट चली हैवानियत

रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रा ने कहा कि ये सब 40 मिनट तक चला और जब कोई गेट पर आया, तो वह जाने के लिए मजबूर हो गया। उन्होंने कहा कि मैं नीचे भागी, खून साफ किया और एक बेंच पर बैठ गई। उन्होंने कहा कि इसके बाद वह फिर आया और मुझे पीछे से पकड़ लिया, लेकिन मैं भागने में सफल रही। ये सब 6.30 तक चलता रहा।

दी गई धमकी

छात्रा बताती हैं कि उन्हें शिकायत दर्ज करने की सलाह सीनियर्स ने दी, लेकिन मनोजीत की गैंग ने उन्हें यूनियन रूम में बुलाया और कहा, ‘दादा बहुत ताकतवर हैं।

तुम्हारे परिवार को खत्म करने में एक मिनट लगेगा। तुम यहां घर से दूर रहती हो। अगर कोई तुमपर एसिड फेंक दे, तो तुम बचोगी नहीं।’ साथ ही उन्होंने अखबार को यह भी बताया कि मनोजीत की गैंग व्हाट्सऐप पर कॉल कर धमकियां देती थी।

उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के बाद वह डेढ़ महीने तक क्लास नहीं गईं थीं।

केस में क्या अपडेट

मनोजीत, जैब और प्रमित के अलावा इस मामले में कॉलेज के सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को भी 28 जून को गिरफ्तार किया गया था। उसकी पुलिस हिरासत चार जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

पीटीआई भाषा ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मुख्य आरोपी मनोजीत के शरीर पर डॉक्टरों को खरोंच के निशान मिले हैं। उन्होंने कहा कि नाखूनों के निशान कथित यौन उत्पीड़न के दौरान पीड़िता द्वारा किए गए प्रतिरोध का संकेत देते हैं।

यह घटना 25 जून की शाम को ‘साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज’ में एक सुरक्षा गार्ड के कमरे के अंदर हुई थी। अधिकारी ने कहा, ‘मनोजीत के शरीर पर चोटों के निशान हैं, खरोंच के निशान हैं। ये चोटें ताज़ा हैं। ऐसी चोटें तब लगती हैं जब कोई संघर्ष या प्रतिरोध का सामना करता है।’

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