पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक बार फिर धरती हिली है। पाकिस्तान के पंजाब सूबे में मंगलवार शाम 7:30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए।
नैशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के मुताबिक, फैसलाबाद डिविजन के झंग तहसील के करीब रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
इसका केंद्र 111 किलोमीटर की गहराई में था और लोकेशन 31.31 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 72.52 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था।
हालांकि, राहत की बात ये है कि इस भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। पिछले एक महीने के भीतर ये पाकिस्तान में तीसरा भूकंप था, जिससे लोगों के बीच डर का माहौल बना हुआ है।
इससे पहले 12 मई को बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में 4.9 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था। नेशनल सीस्मिक मॉनिटरिंग सेंटर (एनएसएमसी) के मुताबिक, उस भूकंप के झटके क्वेटा और आसपास के इलाकों में महसूस किए गए थे।
पाकिस्तान में क्यों आते हैं बार-बार भूकंप?
वैज्ञानिकों की मानें तो पाकिस्तान भूगर्भीय रूप से एक अत्यंत सक्रिय क्षेत्र है, जहां कई प्रमुख टेक्टॉनिक प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं।
देश का अधिकांश हिस्सा इंडियन और यूरेशियन प्लेट के बीच स्थित है, जिससे ज्यादा भूकंपीय गतिविधि होती रहती है।
बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, गिलगित-बाल्टिस्तान और फाटा क्षेत्र यूरेशियन प्लेट पर स्थित हैं, जबकि पंजाब, सिंध और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर इंडियन प्लेट का हिस्सा माने जाते हैं।
दो हफ्ते पहले पंजाब प्रांत के पीर जोंगल इलाके में भी भूकंप आया था। उस वक्त भारत के साथ सीमा पर तनाव भी बना हुआ था, जिससे हालात और ज्यादा संवेदनशील हो गए थे।
नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी के निदेशक ओ पी मिश्रा ने जानकारी दी कि फैसलाबाद के पास आए ताजा भूकंप का केंद्र मेन सेंट्रल थ्रस्ट नाम की भूगर्भीय दरार के पास था, जो हमेशा से भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील मानी जाती है।