डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिम देश के खिलाफ यहूदी राष्ट्र का साथ दिया, बड़े हमले की साजिश की आशंका…

परमाणु हथियार के मुद्दे को अमेरिका ने ईरान को फिर बड़ी धमकी दे दी है।

इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर हमला करने की नौबत आती है, तो इसकी अगुवाई इजरायल करेगा।

इसे लेकर इजरायल की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। हालांकि, इजरायल पहले भी हमले की बात कह चुका है।

खास बात है कि यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब अमेरिका और ईरान के अधिकारी बैठक करने जा रहे हैं।

ईरान के खिलाफ सेना के इस्तेमाल को लेकर ट्रंप ने कहा, ‘अगर सेना की जरूरत पड़ती है, तो हम सेना को उतारेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘इजरायल निश्चित रूप से शामिल होगा।

इजरायल इसकी अगुवाई करेगा।’ ओवल ऑफिस में बातचीत के दौरान उन्होंने यह टिप्पणी की। हालांकि, वह कुछ देर बाद ही रुख बदलते नजर आए और कहा, ‘कोई हमारी अगुवाई नहीं कर सकता। हम वही करते हैं, जो हम करना चाहते हैं।’

ओमान में होगी बड़ी मीटिंग

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने मंगलवार को कहा कि वह पहली वार्ता के लिए ओमान में अमेरिकी राजदूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात करेंगे।

अराघची ने अल्जीरिया की यात्रा के दौरान ईरान के सरकारी टेलीविजन पर कहा कि वार्ता अप्रत्यक्ष होगी और इसमें दोनों पक्षों के बीच ओमान के मध्यस्थों के रहने की संभावना है। ट्रंप ने सोमवार को बातचीत की घोषणा की थी और इन्हें प्रत्यक्ष बातचीत बताया था।

इससे पहले शनिवार को बातचीत हुई थी जो ट्रंप की तरफ से ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अल खामनेई को पत्र लिखे जाने के बाद हुई थी। खामनेई तेहरान और वाशिंगटन के बीच सीधी बातचीत शुरू कराने की कोशिश कर रहे हैं।

धमकी

अमेरिका और इजराइल दोनों ने ईरान को उसके परमाणु कार्यक्रम को लेकर सैन्य हमले की धमकी दी है, वहीं तेहरान के अधिकारी चेतावनी दे रहे हैं कि वे परमाणु बम से हमला कर सकते हैं।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण ईरान की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। प्रमुख रूप से ट्रंप द्वारा 2018 में हुए तेहरान के परमाणु समझौते से एकपक्षीय तरीके से अमेरिका को हटाने से इस पर असर पड़ा।

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